सायरा (Udaipur)- पंचायत समिति की ग्राम पंचायत तिरोल में आयोजित शिविर में एक वृद्ध ग्रामीण को वर्षों पुरानी पीड़ा से राहत मिली। ग्राम बांसलिया निवासी खेमाराम गमेती पुत्र कालुराम गमेती बीते 40 वर्षों से अपने कच्चे मकान के लिए आवासीय पट्टे की प्रतीक्षा कर रहे थे। तमाम प्रयासों के बावजूद वे अब तक अपने घर का मालिकाना हक प्राप्त नहीं कर पाए थे। शिविर के प्रचार-प्रसार से जानकारी मिलने पर खेमाराम ने सोमवार ग्राम पंचायत तिरोल में आयोजित शिविर में पहुंचकर आवेदन प्रस्तुत किया। शिविर प्रभारी विकास अधिकारी महीप सिंह जागावत ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए मौके पर ही नियम 157(1) के अंतर्गत पट्टा स्वीकृत किया। बापी पट्टा मिलते ही खेमाराम की आंखें भर आईं।

Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।