गुरूवार सुबह अलकनंदा नदी में गिरी थी यात्रियों से भरी बस, शनिवार तक मिले 4 शव
गोगुंदा / Udaipur – रुद्रप्रयाग के समीप हादसे में लापता 8 यात्रियों की तलाशी में जुटी रेस्क्यू टीम को शनिवार सुबह एक शव मिला, जिसकी पहचान उदयपुर की चेतना पत्नी संजय सोनी के रुप में हुई। जानकारी के अनुसार शुक्रवार शाम को रुद्रप्रयाग से दो शव लेकर रवाना हुई एंबुलेंस शनिवार देर शाम को उदयपुर व पदराड़ा पहुंची। एंबुलेंस में उदयपुर के एडवोकेट संजय सोनी (उदयपुर) व पदराड़ा निवासी ड्रीमी पुत्री ईश्वर सोनी का शव आया। समाजजनों ने बताया कि ड्रीमी का अंतिम संस्कार रविवार सुबह किया जाएगा।
अधिवक्ता संजय सोनी पत्नी चेतना सोनी के साथ
ऋषिकेश कोतवाली थाने के एसएचओ मनोज नेगी ने बताया कि शनिवार सुबह मिले चेतना सोनी के शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव उदयपुर के लिए रवाना किया जा रहा है, रविवार दोपहर तक शव उदयपुर पहुंच जाएगा।
पहले परिजन शनिवार शाम को एडवोकेट संजय सोनी का अंतिम संस्कार करना चाह रहे थे लेकिन उनकी पत्नी का शव मिल जाने से अब दोनों का अंतिम संस्कार एक साथ किया जाएगा।
घायल ईश्वर सोनी से बात करते सीएम पुष्कर सिंह धामी
शनिवार को आईटीबीपी, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीमें अलकनंदा नदी के दोनों किनारों पर लापता यात्रियों की तलाशी में जुटी रही। इससे पहले उदयपुर के उपजिला प्रमुख पुष्कर तेली ने पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया से बात कर यात्रियों की तलाशी के काम को व्यापक स्तर पर चलवाने का आग्रह किया। सूत्रों के अनुसार राज्यपाल कटारिया ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात की व पुष्कर सिंह धामी ने ऋषिकेश में उपचाररत घायल यात्रियों से मिलकर कुशलक्षेम पूछने के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन को लीड कर अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। उन्होंने घायल ईश्वर सोनी, हेमलता सोनी व दीपिका से बात की।
पुष्कर तेली
उदयपुर के भाजपा देहात जिलाध्यक्ष पुष्कर तेली ने बताया नदी में उफान अधिक होने व समय अधिक हो जाने के कारण रेस्क्यू टीमों ने सर्च ऑपरेशन धीमा कर दिया था, तब पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा व प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ से बात कर सर्च ऑपरेशन को तेज करने की मांग की। उसके बाद से ऋषिकेश के भाजपा जिलाध्यक्ष उनकी टीम सर्च ऑपरेशन की टीमों के साथ लगी हुई है।
यात्रा दल में शामिल थे गोगुंदा क्षेत्र के 9 यात्री, 1 की मौत, 4 अभी भी लापता
ड्रीमी सोनी
उल्लेखनीय है कि चारधाम यात्रा करने निकले 19 यात्रियों के दल में गोगुंदा व पदराड़ा के दो परिवार भी शामिल थे। ये परिवार गुजरात के सूरत में रहते है। जानकारी के अनुसार गोगुंदा मूल के ललित सोनी के परिवार के 4 यात्री थे। ललित सोनी के साथ उनकी पत्नी हेमलता सोनी, बेटी मयूरी व मौली थी। गोगुंदा उपखंड क्षेत्र के ही पदराड़ा मूल के उनके बहनोई ईश्वर सोनी, बहन भावना, भांजी ड्रिमी, चेष्टा व भांजा भव्य शामिल था। इनके अलावा मध्यप्रदेश के राजगढ़ निवासी उनके बहनोई विशाल सोनी, बहन गौरी सोनी व भांजा पार्थ सोनी भी शामिल था। इनमें से ईश्वर, भावना, भव्य, हेमलता घायल है, जिनका उपचार जारी है तथा ड्रीमी (17), विशाल (42), गौरी (41) की मौत हो गई। ड्रीमी पदराड़ा के पूर्व सरपंच राम लाल सोनी की पौत्री है, उसने हाल ही में 12वीं की परीक्षा पास की थी तथा अब नीट की तैयारी कर रही थी। आज पदराड़ा में ड्रीमी का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
ललित सोनी अपनी एक छोटी बेटी व सबसे छोटे बेटे को सूरत छोड़कर गए थे। दोनों अब गोगुंदा पहुंच चुके है। ललित सोनी भगवान शिव के भक्त है, वे गुजरात, मध्यप्रदेश, राजस्थान व उत्तराखंड में कई शिव मंदिरों के दर्शन कर चुके है। साथ ही कईयों बार केदारनाथ की यात्रा कर चुके है। गुरूवार को हादसे से पहले वे बस में भजन गा रहे थे, वहीं बाकी यात्री भी उनके साथ तालियां बजाते हुए भजन गा रहे थे।
उधर मध्यप्रदेश के राजगढ़ में गोगुंदा के स्व. प्रभू लाल सोनी की बेटी गौरी पत्नी विशाल सोनी व विशाल पुत्र स्व. चांदमल सोनी की अंतिम यात्रा निकाली गई जो निवास स्थान से सरदारपुर मोक्षधाम पहुंची, जहां हजारों लोगों की मौजूदगी में उनका अंतिम संस्कार किया गया। शव को टेक्ट्रर व ट्रॉली के द्वारा मोक्षधाम तक ले जाया गया। ट्रॉली में अर्थियों के पास गौरी व विशाल का बेटा पार्थ बैठा था, जो यात्रा में उनके साथ था तथा घायल हो गया था।