उदयपुर/ सदियों से जल संरक्षण और जल संचय का प्रेरणा स्त्रोत रहा मेवाड़ एक बार फिर जल संरक्षण के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने में प्रदेश भर में अव्वल सिद्ध हो रहा है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल पर प्रारंभ किए गए वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत उदयपुर जिला सर्वाधिक इंवेट और जनभागीदारी सुनिश्चित करते हुए प्रदेश में पहले स्थान पर है।
आमजन को जल संरक्षण का महत्व समझाने तथा जल एवं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सार्थक प्रयास करने की मंशा से प्रदेश भर में 5 जून से वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान प्रारंभ किया गया है। इसके तहत जिला से लेकर ग्राम स्तर पर विविध आयोजन हो रहे हैं। इन कार्यक्रमों की ऑनलाइन पोर्टल पर जियो टेकिंग फोटोग्राफ्स के साथ एंट्री भी की जा रही है। उदयपुर जिले में गुरूवार तक 3573 इंवेट पोर्टल पर दर्ज किए जा चुके थे, जो राजस्थान में सर्वाधिक है। जिले में अभियान के तहत हुए आयोजनों में 5 लाख से अधिक लोगों की सहभागिता रही है। जिला कलक्टर नमित मेहता ने जिले के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ ही जनप्रतिनिधियों और आमजन को बधाई दी तथा उत्साह के साथ काम करते हुए अभियान की समाप्ति तक उदयपुर को अव्वल बनाए रखने के लिए प्रेरित किया।
कर्मभूमि से मातृभूमि – 100 जल संरक्षण संरचनाओं का लोकार्पण
वंदे गंगा अभियान अंतर्गत कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान के तहत जिले में निर्मित 100 जल संरक्षण संरचनाओं का लोकार्पण गुरूवार को गुलाब बाग परिसर में भामाशाह सीए महावीर चपलोत के मुख्य आतिथ्य में हुआ। चपलोत ने विधिवत् पूजा अर्चना कर संरचनाओं का लोकार्पण किया। निगर निगम के अधीक्षण अभियंता मुकेश पुजारी व भू-जल वैज्ञानिक एवं कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान की नोडल अधिकारी मोनिका राठौड़ सहित निगम व भूजल विभाग के अन्य अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे।

Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।