उदयपुर/ महिला अधिकारिता विभाग की ओर से ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना के तहत जिला स्तरीय टास्क फोर्स एवं अन्य संबंधित समितियों की बैठक मंगलवार को जिला कलेक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में जिला कलेक्ट्रेट मिनी सभागार में आयोजित की गई। बैठक में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं एडीजे कुलदीप शर्मा भी उपस्थित रहे। बैठक के दौरान विभागीय योजनाओं की प्रगति, आगामी आयोजनों की रूपरेखा, बजट व्यय की स्थिति तथा लिंगानुपात सुधार हेतु किए जा रहे प्रयासों पर विस्तृत चर्चा हुई। संबंधित अधिकारियों ने विभाग द्वारा वर्तमान में संचालित गतिविधियों और उपलब्धियों की जानकारी साझा की।
इस अवसर पर कलेक्टर मेहता ने निर्देश दिए कि विषम परिस्थितियों के बावजूद शिक्षा और खेलों में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाली बालिकाओं को स्थानीय स्तर पर रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जाए, ताकि अन्य बालिकाओं को भी प्रेरणा मिले और वे आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ सकें। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि ब्लॉक स्तरीय टास्क फोर्स की त्रैमासिक बैठकें नियमित रूप से समय पर आयोजित की जाएं, जिससे योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता और गति बनी रहे।
बैठक के दौरान सखी वन स्टॉप सेंटर की प्रगति की समीक्षा की गई तथा हेल्पलाइन को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए गए। साथ ही, जिला महिला समाधान समिति की कार्यप्रणाली एवं उपलब्धियों की भी समीक्षा की गई। बैठक में प्रशिक्षु आईएएस , महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक संजय शर्मा, उप निदेशक बाल अधिकारिता विभाग नंदलाल मेघवाल, समन्वयक पीसीपीएनडीपी मनीषा भटनागर, विभिन्न एनजीओ प्रतिनिधि एवं अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।