उदयपुर – प्रदेश के ऊर्जा राज्यमंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि गर्मी के मौसम में विद्युत की मांग तेजी से बढ़ती है। फीडर ओवरलोड होने से ट्रिपिंग की समस्या रहती है। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार आमजन को निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए संकल्पबद्ध है। अधिकारी पूर्ण गंभीरता और संवेदनशीलता के साथ काम करते हुए ऐसे इंतजाम करें कि गर्मी में डिमान्ड बढ़ने पर सिस्टम ओवरलोड नहीं हो और जीरो ट्रबल रहे।
नागर मंगलवार को जिला परिषद सभागार में ऊर्जा विभाग के उदयपुर, राजसमंद और सलूम्बर जिले के अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में ऊर्जा राज्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों तथा प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में तीनों जिलों में विभागीय योजनाओं, मुख्यमंत्री बजट घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। साथ ही गर्मी के मद्देनजर विभाग की ओर से तैयार समर प्लान, अब तक की कार्यवाही आदि पर विस्तृत चर्चा की।
बैठक में संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी, जिला कलक्टर नमित मेहता, उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, गोगुंदा विधायक प्रताप गमेती, सलूम्बर विधायक शांतादेवी, उप जिला प्रमुख पुष्कर तेली, राजसमंद जिला प्रमुख रतनी देवी, समाजसेवी गजपाल सिंह, मावली विधायक पुष्कर डांगी, अतिरिक्त मुख्य अभियंता उदयपुर आईआर मीणा, अधीक्षण अभियंता उदयपुर के आर मीणा, अधीक्षण अभियंता राजसमंद बीएस शर्मा, अधीक्षण अभियंता सलूम्बर राकेश सोनी सहित विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।
मंत्री ने कराया फोन, जेईएन ने नहीं उठाया, एपीओ
बैठक में जनप्रतिनिधियों ने विद्युत निगम के अधिकारियों की ओर से आमजन को संतोषप्रद जवाब नहीं दिए जाने तथा कॉल रिसीव नहीं करने की बात कही। इसमें शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के कुछ अधिकारियों की तो नामजद शिकायत की। इस पर राज्यमंत्री नागर ने शिकायत की तस्दीक करने के लिए तत्काल अपने स्टाफ से खेमली के कनिष्ठ अभियंता को फोन करवाया, लेकिन उन्होंने रिसीव नहीं किया। इस पर राज्यमंत्री ने उन्हें तुरंत प्रभाव से एपीओ करने के निर्देश दिए। बैठक के बाद अधीक्षण अभियंता के आर मीणा ने जेईएन खेमली चंद्रप्रकाश मेघवाल को एपीओ करने के आदेश जारी किए। इसी प्रकार सब डिवीजन शहर द्वितीय के अधिशासी अभियंता के मेडिकल अवकाश पर होने से राज्यमंत्री ने उन्हें भी पद से हटाकर उनके स्थान पर दूसरे अधिकारी को लगाने के निर्देष दिए।
औद्योगिक क्षेत्र में सुधारें बिजली व्यवस्था
बैठक में राज्यमंत्री की अनुमति से औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी अपनी बात रखी। इसमें औद्योगिक क्षेत्र जीएसएस पर पर्याप्त स्टाफ व संसाधन उपलब्ध कराने, ट्रांसफार्मर में जीओ-डीओ सिस्टम लगाने सहित अन्य समस्याएं रखीं। राज्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में ट्रिपिंग की समस्या से बहुत परेशानी होती है। उन्होंने सभी औद्योगिक क्षेत्रों में सर्वे कराकर जीओ-डीओ सिस्टम के लिए संभावनाएं तलाषने हुए सभी जरूरी उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने ठेके पर चल रहे जीएसएस की लगातार मोनिटरिंग करने के लिए भी पाबंद किया।
अवैध कनेक्शन हटाएं, फीडर लोस को सुधारें
बैठक में उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन ने खांजीपीर क्षेत्र में बड़ी संख्या में अवैध कनेक्शन ने की बात कही। इस पर राज्यमंत्री ने संबंधित अधिशासी अभियंता व सहायक अभियंता से जवाब-तलब किया। अधिकारियों ने बताया कि अवैध कनेक्शन की समस्या है तथा फीडर लोस भी 35 प्रतिषत से अधिक है। इस पर मंत्री ने नाराजगी जताते हुए फीडर इंचार्ज बदलने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने जिला प्रषासन व पुलिस का सहयोग लेकर विशेष अभियान चलाते हुए सभी अवैध कनेक्शन हटवाने तथा फीडर लोस की स्थिति में दो माह में सुधार लाने के लिए पाबंद किया।
समय पर काम नहीं तो जिम्मेदारी तय हो
राज्यमंत्री नागर ने उदयपुर, राजसमंद और सलूम्बर जिलों में विभागीय योजनाओं व बजट घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान कुछ ठेकेदारों की ओर से अपेक्षाकृत रूप से धीमी गति से काम करने की बात सामने आई। इस पर श्री नागर ने तय समय पर काम नहीं होने पर अधिकारियों व ठेकेदारों की जिम्मेदारी तय करते हुए कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
अधिकारी फील्ड में जाएं, आमजन को दें त्वरित राहत
ऊर्जा राज्यमंत्री ने विद्युत निगम के सभी अधिकारियों को नियमित रूप से फील्ड विजिट करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी फील्ड में जाकर देखें, ताकि वे समस्याओं के बारे में जानकर उनका समाधान कर सकें। उन्होंने आमजन की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए तत्काल समाधान करने तथा लोगों को संतोषप्रद जवाब देने के लिए भी पाबंद किया।
हादसों की सूचना प्रशासन को दें
बैठक में विद्युत जनित हादसों को लेकर भी चर्चा की गई। मंत्री नागर ने फीडर शट-डाउन को लेकर ओटीपी आधारित ऑनलाइन सिस्टम विकसित किए जाने की बात कही, ताकि हादसों में कमी लाई जा सके। साथ ही उन्होंने हादसों होने पर पूरी संवेदनशीलता के साथ पीड़ित को उपचार सहित अन्य सहयोग उपलब्ध कराने की हिदायत दी। जिला कलक्टर नमित मेहता ने भी ऐसे हादसों की सूचना तत्काल प्रषासन को देने के निर्देश दिए, ताकि पीड़ित के उपचार से लेकर अन्य किसी भी तरह की एहतियातन कार्यवाही समय पर की जा सके।

Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।