उदयपुर (Udaipur)-जैव विविधता वाले राजस्थान के सिरोही जिले में माउन्ट क्षेत्र में आयोकोमा आरबोरसेन्स नामक पौधे की प्रजाति की उपस्थिति दर्ज हुई है। यह नई खोज उदयपुर के पर्यावरण विशेषज्ञ एवं सेवानिवृत वन अधिकारी डॉ.सतीश कुमार शर्मा एवं फाउन्डेशन फॉर ईकोलॉजीकल सिक्योरिटी के फील्ड इकोलॉजिस्ट डॉ. अनिल सरसवन ने की है।
डॉ शर्मा ने बताया कि यह एक वानस्पतिक मूल की सदस्य है जो सोलेनेसो यानी टमाटर कुल की है। इस झाड़ी में एकान्तरित, सरल व बडी पत्तियां विद्यमान रहती हैं।
इसमे अप्रेल माह में पत्तियों की कक्ष में गुच्छों में हरे- सफेद रंग के फूल लगते हैं। उन्होंने बताया कि अप्रेल-मई में छोटे-छोटे गोलाकार फल गुच्छों में लगते हैं। पकने पर यह फल नारंगी हो जाता है। यह एक विदेशी प्रजाति का पौधा है। यह झाड़ी माउन्ट दाबू नगर एवं अभयारण्य में जगह- जगह विद्यमान है। अभी तक यह प्रजाति केवल केरल व तमिलनाडु में देखी गई थी। राजस्थान देश का तीसरा राज्य है जहां यह प्रजाति देखने को मिली है। इस प्रजाति संबंधी अनुसंधान पत्र इन्टरनेशनल जर्नल कॉफ साइन्टिफिक रिसर्च इन बायोलॉजीकल साइन्स के खण्ड ।। के अंक 6 में प्रकाशित हुआ है। डॉ शर्मा और डॉ. सरसवन की इस खोज पर स्थानीय पर्यावरण प्रेमियों ने खुशी जताई है।

Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।