उदयपुर (Udaipur)-प्रदेश में कला संस्कृति के संरक्षण संवर्धन के लिए समर्पित कश्ती फाउंडेशन के तत्वावधान में शनिवार से तीन दिवसीय कला आंगन का शनिवार को भव्य आगाज किया गया। देश भर से आए विविध कलाकारों ने अपनी कलाओं के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया और कला संरक्षण संवर्धन पर चर्चा की।
शिविर संयोजक हेमंत जोशी ने बताया कि राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय वरडा में आयोजित कला आंगन शुभारंभ समारोह के मुख्य अतिथि विद्या भवन संस्थान के अध्यक्ष डॉ जितेंद्र टायलिया थे जबकि विशिष्ट अतिथि देश के जाने-माने चित्रकार डॉ. ओम प्रकाश सोनी, बिजौलियाँ थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कश्ती फाउंडेशन प्रमुख श्रद्धा मुर्डिया ने की।
अपने संबोधन में डॉ.तायलिया ने कहा कि कला व्यक्ति के मानस को असीम संतुष्टि देती है। उन्होंने परिचर्चा के दौरान कहा कि आप सफलता को न चुने, आप तो अपने फील्ड में पूरा मन लगाकर काम करे तो सफलता आपको चुनेगी। डॉ. सोनी ने कला साधना को आत्म संतुष्टि का विषय बताया वहीं कश्ती फाउंडेशन प्रमुख श्रद्धा मुर्डिया ने कश्ती के माध्यम से विद्यार्थियों को कल क्षेत्र की ओर प्रोत्साहित करने की मंशाओं को उजागर किया। कार्यक्रम दौरान कहानी का रजत मेघनानी, सुनील लड्ढा, संदीप राठौड़ और नीलोफर मुनीर ने देश भर से आए कलाकारों से बतौर मॉडरेटर कला के विविध विषयों पर चर्चा की। इस अवसर पर भोपाल, बड़ोदा,अहमदाबाद, सिरोही, जयपुर, जोधपुर आदि शहरों से पहुंचे कलाकार कृष्ण कुंद्रा, दुर्गेश अटल, राकेश राणा, प्रतीक मिस्त्री, देव दुसावर, डॉ. भूमिका द्विवेदी, अक्षिता कोठारी, महेश कुमावत आदि ने अपने अपने क्षेत्र की कलाओं का प्रदर्शन किया और चित्रकला, शिल्पकला, स्केचिंग, संगीत आदि विषयों पर कला चर्चा की।
संयोजक हेमंत जोशी ने कहा कि कल आंगन के माध्यम से सरकारी विद्यालयों में छिपी कला प्रतिभाओं को ढूंढना और उनको प्रोत्साहित कर तराशना इस आयोजन का उद्देश्य है। समारोह में अतिथियों ने सभी कलाकारों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में चित्रकार कमलेश डांगी, राहुल माली, प्रीति खटीक, दीप सिंह, कमल जोशी, सत्यनारायण सुथार सहित बड़ी संख्या में कलाकार मौजूद रहे।
पेंटिंग और शास्त्रीय गायन का रहा सम्मोहन
कार्यक्रम दौरान चित्रकार डॉ. ओमप्रकाश सोनी बिजौलिया ने कुछ ही मिनटों में एक्रेलिक रंगों के माध्यम से एक युवती का चित्र बनाकर मौजूद संभागियों और विद्यार्थियों को सम्मोहित कर दिया वहीं जोधपुर से आई शास्त्रीय गायिका डॉ.भूमिका द्विवेदी ने अपने शास्त्रीय गायन के माध्यम से माहौल को रसमय बना दिया।

Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।