सायरा ( Udaipur) थाना क्षेत्र के पुनावली गांव में गत रविवार को एक युवक दिमागी संतुलन खो देने के बाद तालाब में कूद गया था जिसको बहार निकालने के लिए उदयपुर से आईं रेस्क्यू टीमों ने पांच दिनों तक निरंतर रेस्क्यू ऑपरेशन करने के बाद सफलता हाथ लगी। बता दें कि तीन दिन तक रेस्क्यू टीम ने तालाब में निरंतर छानबीन करने के बाद सफलता नहीं मिली तो बुधवार को रेस्क्यू टीमों ने तालाब की पाल को जेसीबी मशीन से तुड़वाकर तालाब का पानी ख़ाली करवाया गया तो गुरुवार सुबह करीब 8 बजे शव झाड़ियों में लुप्त हुआ नजर आया जिसको रेस्क्यू टीमों ने बहार निकाला गया।
पांच दिनों तक रेस्क्यू टीमें और पुलिस रही मौके पर शव को तालाब से बहार निकालने मे सायरा थाने के प्रभारी प्रवीण सिंह जुगतावत सहित पुलिस टीम और एसडीआरएफ व सिविल डिफेंस दोनों ही टीमें पांच दिनों तक मौजूद रहीं । रेस्क्यू टीम में नागरिक सुरक्षा विभाग टीम मेंबर विजय नकवाल , भवानी शंकर वाल्मीकि , विपुल चौधरी , हितेश सोलंकी , मनीष सेन , रवि शर्मा, मनोज जे सी, नरेश चौधरी ,मोहन सिंह राणावत सहित वोट ऑपरेटर कैलाश मेनारिया मौजूद रहें। गुरुवार सुबह रेस्क्यू टीमों ने शव को बाहर निकालकर सायरा पुलिस को सुपुर्द किया गया।
पांच दिन पहले हाथ में तलवार लेकर गांव में घूम रहा था मृतक
बता दें कि पांच दिन पूर्व रविवार को मेड़ी का मथारा (पुनावली) निवासी खेम सिंह (35) खेम सिंह का मानसिक संतुलन खो दिया। गांव में अपने चेहरे पर सिंदूर और हाथ में तलवार लेकर घूम रहा था। इस दौरान इसने एक बकरी और एक बाइक चालक को जख्मी कर दिया था। सूचना पर सायरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची तो खेम सिंह पुलिस की जीप देखकर पास के तालाब में कूद गया था। बता दें कि तालाब में सिंघाड़े के झाड़ होने की वजह से शव पूरी तरह से झाड़ियों में लुप्त हो गया था।
Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।