उदयपुर – जिले में 15 नवंबर से आरंभ हुए 3 दिवसीय 9वें उदयपुर फिल्म फेस्टिवल में दूसरे दिन के पहले सत्र में 7 युवा फिल्मकारों की फिल्में प्रदर्शित की गई, जिसमें भीलवाड़ा जिले के कोशीथल मूल के युवा फिल्मकार किशन सालवी द्वारा निर्मित फिल्म ‘‘सिलिकोसिस पीड़ितों की दास्तान’’ भी दिखाई गई। इस फिल्म में सालवी ने उदयपुर जिले के देवला क्षेत्र से पिंडवाड़ा में जाकर पत्थर घड़ाई का काम करने वालों मजूदरों की दयनीय दशा का चित्रण किया है। फिल्म में बताया गया कि पत्थर घड़ाई मजदूरों को फैक्ट्री मालिकों द्वारा सुरक्षा उपकरण नहीं दिए जा रहे है। आधुनिक उपकरणों से पत्थर घड़ाई करने के कारण मिट्टी के कण सांसों के साथ मजदूरों के फेंफड़ों में जम जाते है, जिससे उन्हें सिलिकोसिस बीमारी हो रही है। बीमारी होने के बाद पीड़ित मजदूर न काम कर पा रहे है और ना ही चल फिर पा रहे है, वे घरों में ऑक्सीजन सिलेंडर पर जिंदा है।
फिल्म में यह भी बताया गया है कि सैकड़ों सिलिकोसिस पीड़ित मजदूरों का सिलिकोसिस बोर्ड से प्रमाणीकरण नहीं हो पा रहा है। जिस कारण मजदूरों को बोर्ड से मिलने वाले लाभ नहीं मिल पा रहे है। मजदूर उपचार व प्रमाणीकरण करने के लिए अस्पतालों व दफ्तरों के चक्कर काट रहे है। कई मजदूरों की तो इस बीमारी से मृत्यु हो गई मगर उन्हें लाभ नहीं मिल पाए।
उल्लेखनीय है कि सिलिकोसिस बोर्ड से प्रमाणित होने पर मजदूर को व्यवसाय व आजीविका संवर्धन के लिए 3 लाख रुपए का आर्थिक सहयोग दिया जाता है व 2 लाख रुपए का सुरक्षा बीमा किया जाता है। पीड़ित की मृत्यु होेने पर आश्रित को यह राशि दी जाती है। साथ ही पीड़ित मजदूर के बच्चों को पालनहार योजना से जोड़ा जाता है।
फिल्म प्रदर्शित करने के बाद दर्शकों ने फिल्म निर्माताओं से सवाल किए। लेखक हेमेंद्र चंडालिया ने कहा कि जिन पत्थर घड़ाई कारीगरों के हाथों से बने खंभे आदि अयोध्या के राम मंदिर में लगे, सरकार ऐसे कारीगरों के बारे में क्यों नहीं सोच रही। प्रथम सत्र के अंत में युवा फिल्मकारों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।
आपको बता दे कि उदयपुर फिल्म सोसायटी व प्रतिरोध का सिनेमा द्वारा उदयपुर में फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है, इस वर्ष यह 9वां फेस्टिवल है।
Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।