गोगुंदा (Udaipur)/ तकरीबन दो सप्ताहों से गोगुंदा क्षेत्र आए दिन आदमखोर पैंथर के हमलें से सुर्खियों आया हुआ है। इस बीच शनिवार को बगडुंदा ग्राम पंचायत के गुर्जरों का गुड़ा में पैंथर ने 55 वर्षीय गट्टू बाईं पत्नी (मोती लाल) का शिकार किया था। रविवार सुबह आक्रोशित ग्रामीणों ने क़रीब 8 घंटों तक तक गोगुंदा – झाड़ोल मार्ग पर जाम लगा दिया। इस दौरान सैकड़ों वाहनों की लंबी कतार लग गई। आवाजाही में काफी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने राज्य सरकार से मृतक के परिजनों को मुआवजा व सरकारी नौकरी की मांग पर अडे हुए थे । मौके पर पहुंचे गोगुंदा उपखंड अधिकारी डॉ नरेश सोनी के द्वारा दिए गए आश्वासन पर ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन बंद किया गया। बता दें कि आक्रोशित ग्रामीणों ने सुबह से मांगों को लेकर और DFO को मौके पर आने की मांग रखी थी। वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट ने बताया कि पैंथर के हमलें में महिला का शिकार हुआ था। इधर मेडिकल बोर्ड ने शव का पोस्टमार्टम कर शव को परिजनों के सुपुर्द किया गया। सूचना पर उपखंड अधिकारी डॉ नरेश सोनी, गोगुंदा तहसीलदार ओम सिंह लखावत, थानाधिकारी शैतान सिंह नाथावत, सायरा तहसीलदार कैलाश ईडानिया वन विभाग के रेंजर डीवाईएसपी गजेंद्र सिंह, सीसीएफ सुनील छीद्री , डीएफओ अजय चित्तौड़ा, वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट सहित पुलिस जाब्ता मौके पर मौजूद रहा ।
वन विभाग के पिंजरे अभी तक हुए हैं 4 पैंथर कैद
क्षेत्र में आदमखोर पैंथर के लगातार हमलों से आमजन में भय बना हुआ है। वन विभाग की टीम ने लगाएं पिंजरे में रविवार सुबह छाली ग्राम पंचायत के बागदडा से एक पैंथर पिंजरे में कैद हुआ। क्षेत्र से अभी तक 4 पैंथर वन विभाग के पिंजरे में कैद हो चुकें हैं।

Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।