उदयपुर(Udaipur)/मेवाड के प्रसिद्ध दानवीर भामाशाह की नगरी उदयपुर में उनके नाम से दिए जाने वाले सम्मान में शिक्षा विभाग के दानवीर भामाशाहों के सम्मान को शिक्षा विभाग आतुर है । प्रदेश में पहली बार राजधानी के बाहर आयोजित किए जा रहे इस सम्मान समारोह के आयोजन का जिम्मा संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा उदयपुर संभाग को दिया गया इसी के चलते विगत दिनों से संयुक्त निदेशक कार्यालय द्वारा की जा रही तैयारीयो के पूर्ण होने के बाद रविवार को मेहमानों और भामाशाहों एवं प्रेरकों के आने का इंतजार है । विभिन्न अधिकारियों एवं कार्मिकों की समितियां द्वारा 28 वें राज्य स्तरीय भामाशाह सम्मान समारोह के आयोजन संबंधी समस्त तैयारी पूर्ण कर ली गई है । शनिवार को देशक प्रारंभिक शिक्षा बीकानेर सीताराम जाट द्वारा कार्यक्रम स्थल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के विवेकानंद सभागार पहुंचकर नोडल प्रभारी व संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा महेंद्र कुमार जैन से एवम उनके द्वारा गठित सभी समितियों द्वारा आयोजन को लेकर की गई अंतिम तैयारियों का बारीकी से निरीक्षण किया। स्कूल शासन सचिव कृष्ण कुणाल भी उदयपुर पहुंच चुके हैं। शनिवार शाम से ही अतिथियों और भामाशाहों के उदयपुर पहुंचने का क्रम जारी है। इस अवसर पर भामाशाहों द्वारा दिए गए अमूल्य दान की स्मृति लंबे समय तक जीवित रखने के लिए उनके कराए गए इन पुनीत कार्यों एवम प्रेरक के रूप में कर्मठ शिक्षकगणों द्वारा प्रेरित किए गए भामाशाह के कृतत्व को स्मरणीय बनाने हेतु प्रशस्ति पुस्तिका का विमोचन भी किया जाएगा ।आज निदेशक प्रारंभिक शिक्षा सीताराम जाट ने मंच व्यवस्था,साज सज्जा, स्वागत गीत, बैठक व्यवस्था, भोजन व्यवस्था, पंजीयन, एनसीसी स्काउट की तैयारी, भामाशाह सम्मान समारोह के मिनिट टू मिनट, स्मारिका प्रकाशन ,सम्मानित किए जाने की जरूरी सामग्री यथा ताम्र पत्र, प्रशस्ति पत्र आदि सामग्री की जानकारी,भामाशाहों के मंच पर आने क्रम,सरस्वती पूजन सामग्री, मंच पर अतिथियों के बैठने का क्रम,मंच संचालन सहित हर एक गतिविधि का निरीक्षण करते हुए जरूरी निर्देश दिए।
Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।