गोगुंदा ( Gogunda)/ क्षेत्र में शुक्रवार को महिलाओं द्वारा गौ बारस (वत्स द्वादशी) का त्योहार मनाया गया। महिलाओं ने उपवास रख गौ माता की पूजा की ।
आपको बता दें कि भारत को त्योहारों का देश कहा जाता है यहां समय – समय पर विभिन्न त्योहार मनाए जाते हैं। विभिन्न त्योहार में कृष्ण जन्माष्टमी के चार दिन बाद मनाए जाने वाले त्योहार को बछ बारस के रूप में मनाया जाता है। क्षेत्र के मन्ना जी गुड़ा गांव में शुक्रवार को महिलाओं द्वारा बछ बारस मनाईं गई।
इस दौरान महिलाओं ने बताया कि खास तौर से बछ बारस का उपवास केवल बेटों के लिए रखा जाता है। इस दिन महिलाएं गाय के दूध से बनी किसी भी प्रोडेक्ट का सेवन नहीं करती हैं।साथ ही लोहे से काटा गया व गेहूं का उपयोग भी नहीं करती हैं।महिलाएं बाजरे की रोटी खाती हैं। साथ ही बच्चों की लंबी उम्र के लिए भी एक खास व्रत है। इसमें माताएं ना ही चाकू का कटा हुआ खाती है और ना ही गेहूं को अपने भोजन में शामिल करती है। दरअसल यह व्रत वत्स द्वादशी गौमाता और उनके कुल के सम्मान में सुहागिनों द्वारा मनाया जाता है। बछ बारस पर गांव के बिच बने महादेव मंदिर पर एकसाथ कथा सुनकर गौ माता की पूजा करते देखा गया।
Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।