शुक्रवार को जालोर में रात भर तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। कई इलाकों में बिजली के पोल गिर गए, जिस कारण बिजली सप्लाई बंद रही। सैकड़ों पेड़ सड़कों पर धराशाई हो गए, जिला प्रशासन ने इन्हें हटवाने में मुस्तैदी दिखाई। वहीं बिजली का बड़ा पोल गिर जाने से सांचौर-रानीवाड़ा मार्ग बाधित हो गया।
शनिवार शाम को बिपरजॉय जालोर जिला मुख्यालय को पार कर गया। हालांकि तूफान ने खुले इलाकों में जमकर कहर बरपाया। तेज हवा के कारण मेडा-छिपरवाड़ा रोड पर बोलेरो पलट गई। इस हादसे में 5 लोग घायल हो गए। जानकारी के अनुसार जीप में शिवसेना नेता करण सिंह थांवला, रविन्द्र सिंह थांवला, प्रताप सिंह थांवला, पुखराज मीणा व ओबाराम प्रजापत सवार थे, गाड़ी पलटने से घायल हो गए।
आपको बता दे कि मौसम विभाग ने बाड़मेर व जालोर जिले को रेड जोन में शामिल किया था, लेकिन जालोर सीमा में पहुंचने के बाद तूफान की गति शनिवार को कुछ कम हो गई। इस वजह से बड़े नुकसान का आशंकित खतरा टल गया।
हालांकि इस दौरान खुले इलाकों में तूफान से कई बड़े पेड़ और बिजली पोल उखड़ गए। कई स्थानों पर रास्ते बाधित हुए। जिन्हें प्रशासनिक अधिकारियों ने तुरंत प्रभाव से चालू करवाया। जालोर जिला मुख्यालय पर करीब दो बजे अचानक मौसम बदला और तेज हवाओं के साथ काले बादल उमड़ आए। मंजर ऐसा दिखा कि हर कोई खौफ खा गया।
जिला मुख्यालय पर सीएमएचओ आवास के बाहर तेज हवा के कारण बड़ा पेड़ मुख्य द्वार पर गिर पड़ा। मकान में कोई रहता नहीं था, इस कारण कोई हानि नहीं हुई। पुलिस लाइन के बाहर बड़ा लोहे का होर्डिंग गिर गया। वहीं सिनेमाहॉल के नीचे एक दुकान का शटर हवा का झोंका नहीं झेल पाया। हवा के कारण शटर जॉइंट से उखड़ गया। इसके अलावा भी कई स्थानों पर पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आई।
गुजरात में बिपरजॉय तूफान से भारी नुकसान हुआ है। चक्रवात से जुड़ी घटनाओं में 23 लोग घायल हुए हैं। गुजरात में चक्रवात के कारण मूसलधार वर्षा से बाढ़ जैसी स्थिति और पानी के विकराल बहाव के बीच पुल ध्वस्त हो गया। इसके अलावा 5,100 बिजली के खंभे गिर गए, जिस वजह से 4,600 से ज्यादा गांवों की बिजली गुल हो गई। कई गांवों में बिजली बहाल हो गई है। तेज हवा से 581 पेड़ भी उखड़ गए।