सायरा (Udaipur)- क्षेत्र में विगत एक सप्ताह से हो रही बारिश में क्षेत्र के ग्राम पंचायत पालिदाणा में एक केलूपोश मकान ढ़ह गया ग्रामीणों ने बताया कि गांव की विधवा बुजुर्ग महिला अपने पोते और पोती के साथ कच्चे मकान में रहती थी। जब हादसा हुआ उस समय घर में कोई भी नहीं था। बता दें कि चुन्नी बाई के पति गणेश लाल का देहांत करीब 15 साल पहले हो गया था। उसके बाद चुन्नी बाई अपने बेटे के साथ बड़ी मुश्किल से घर का गुजारा करती थी लेकिन प्रकृति को कुछ और ही मंजूर था ओर करीब 8 वर्ष पहले बेटे का भी देहांत हो गया था। अब चुन्नी बाई अपने मासूम पोते और पोती के साथ रहतीं हैं। चुन्नी बाई ने अपने पति और बेटे के देहांत के बाद नरेगा योजना में मजदूरी करके परिवार का भरण-पोषण करतीं हैं।
उनका बेटा था पन्ना लाल उसकी मौत के बाद पोता पोती दादी के साथ रह रहे हैं।अभी प्रधानमंत्री आवास के लिए सर्वे किया है क्योंकि पहले वाला आवास इनके बेटे के नाम था और नोमिनेट के तौर पर पत्नी थी। लेकिन पत्नी की मौत भी हो गई है। अब बच्चों के नाम तो आवास नहीं हो सकता क्योंकि बच्चे अभी छोटे हैं। अभी ऐ लोग घर के बाहर एक बरामदा बना हुआ है उसमें रह रहे हैं। जो पीछे वाला मकान था वो गिर गया है अगर नियमों के अनुसार कहीं इनको आर्थिक सहायता दिलाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। मैंने मौके पर जाकर मौका पर्चा बना दिया है। फिलहाल मदद के लिए मैं भी निजी तौर पर मदद कर रहा हूं और समाज और गांव के भामाशाह भी आगे आए हैं।
विजय कुमार खटीक, सचिव पालीदाणा ग्राम पंचायत

Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।