Rajsamand/ राजस्थानी “ श्याम सुन्दर पालीवाल ” फ़िल्म रिलीज़ हुई है जो राजसमंद के पिपलांत्री गाँव की कहानी है और पद्मश्री डॉ. श्याम सुन्दर पालीवाल के जीवन से प्रेरित है। जिन्होंने अपनी एक सोच से पुरे गांव को इस प्रकार बदल दिया की आज वो गांव पूरे विश्वभर में बच्चियों के नाम से ही प्रसिद्ध है जिसे “ परियों का गांव ” भी कहाँ जाता है । इसी गांव और पद्मश्री डॉ. श्याम सुन्दर पालीवाल के संघर्षो से प्रेरित यह फ़िल्म है। साथ यह पहली बायॉपिक फ़िल्म है जो मेवाड़ी भाषा में बनी है जिसका निर्देशन राहुल कुमार शुक्ला ने किया है जिसका प्रीमियर रखा गया साथ ही प्रतिवर्ष की तरह पिपलांत्री गांव में आयोजित राखी उत्सव भी था जिसमें गांव की बेटियां अपने पेड़ भाई को राखी बांधती हैं । इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि गौतम दक राज्य मंत्री सहकारिता एवं नागरिक उड़यन मंत्रालय, राजसमंद की सांसद महिमा कुमारी मेवाड़ राजसमंद विधायक दीप्ती माहेश्वरी , सरपंच अनीता पालीवाल और स्वयं पद्मश्री डॉ. श्याम सुन्दर पालीवाल उपस्थित थे।
Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।