उदयपुर (Udaipur)- जिला परिषद की साधारण सभा बैठक शुक्रवार को जिला प्रमुख ममता कुंवर पंवार की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में टीएडी मंत्री बाबूलाल खराड़ी, चित्तौड़गढ सांसद सीपी जोशी, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, वल्लभनगर विधायक उदयलाल डांगी, मावली विधायक पुष्कर लाल डांगी, धरियावद विधायक थावरचंद मीणा, जिला कलक्टर नमित मेहता, उप जिला प्रमुख पुष्कर तेली सहित जिला परिषद के सदस्यगण और विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।
बैठक का प्रारंभ चिकित्सा विभाग पर चर्चा के साथ हुआ। वल्लभनगर में सीएचसी निर्माण सामग्री गुणवत्तापूर्ण नहीं होने का मुद्दा उठाया गया। इस पर जिला प्रमुख ने प्रधान को साथ लेकर जांच करवाने के निर्देश दिए। भिंडर, वल्लभनगर, मावली सहित जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में रात्रि में चिकित्सकों के नहीं ठहरने का मुद्दा उठाया। इस पर सीईओ जिला परिषद ने सीएमएचओ को चिकित्सकों को रात्रि में रूकने के लिए पाबंद करवाने के निर्देश दिए।
विद्युत विभाग से संबंधित योजनाओं और कार्यों की समीक्षा के दौरान ऋषभदेव क्षेत्र में ठेकेदार द्वारा ट्रांसफर लगाने के बदले उपभोक्ताओं से 10-15 हजार रुपये वसूलने की शिकायत पर जांच के निर्देश दिए गए। जिला प्रमुख ने ग्रामीण क्षेत्रों में झुके हुए बिजली के खंभों का सर्वे करवाने के लिए अधीक्षण अभियंता को निर्देशित किया। विधायक फूलसिंह मीणा ने बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा फोन न उठाने पर कार्रवाई की मांग की। जीएसएस पर ठेकेदार के कर्मचारियों के अनुपस्थित रहने का मुद्दा भी उठाया गया, जिस पर जिला कलक्टर ने ठेकेदार से टेंडर की शर्तों का पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। पीडब्ल्यूडी, रसद, शिक्षा, खान, परिवहन, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज आदि विभागों से जुड़े जनहित के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई।
सरकारी स्कूलों के लिए भूमि आवंटन का अनुमोदन-
पंचायत समिति गिर्वा में राउप्रावि सुराणा, ग्राम पंचायत बछार को 18 हजार 292 वर्ग फीट, पंचायत समिति मावली के अंतर्गत राउप्रावि खरवड़ों का गुढ़ा, ग्राम पंचायत मांगथला को 48 हजार 500 वर्ग फीट भूमि का निःशुल्क पट्टा जारी करने के प्रस्ताव का सर्वसम्मति से अनुमोदन किया गया।
इन प्रमुख बिंदुओं पर हुई चर्चा–
कैबिनेट मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने जल जीवन मिशन के कार्यों की धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि विकास कार्यों में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिले की सबसे बड़ी पंचायत बैठक में वन विभाग के जिला स्तरीय अधिकारियों की अनुपस्थिति पर संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
जनप्रतिनिधियों ने डीएसओ से गेहूं वितरण में अनियमितताओं को लेकर सवाल किए। उन्होंने आरोप लगाया कि पॉश मशीनों पर अंगूठा लगवाने के बावजूद उपभोक्ताओं को पूरा गेहूं नहीं मिल रहा है। इस पर डीएसओ द्वारा सलूम्बर जिले में 45 डीलरों के निलंबित होने की जानकारी दी गई। इन शिकायतों पर जांच के निर्देश दिए गए।
जिला कलक्टर नमित मेहता ने डीएमएफटी के तहत स्वीकृत कार्यों की गति बढ़ाने के निर्देश दिए।
कृषि विभाग पर चर्चा के दौरान वल्लभनगर प्रधान ने बीज वितरण की जांच करवाने की मांग की। इस पर जिला कलक्टर ने बीज वितरण की लिस्ट सभी जनप्रतिनिधियों को उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए।
रोडवेज बसों के बस स्टेशन पर ठहराव की मांग की, जिस पर जिला कलक्टर ने रोडवेज बस चालकों को निर्धारित बस स्टेशन पर बस रोकने के लिए पाबंद करने के निर्देश दिए।
जिला प्रमुख ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अगली बैठक में समस्याओं के समाधान और पूरी तैयारी के साथ आएं।

Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।