उदयपुर (Udaipur)- जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ के संघटक विभाग डिपार्टमेंट ऑफ़ कंप्यूटर साइंस एंड इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी द्वारा “द साइबर फोर्ट्रेस: सिक्योरिंग सिस्टम्स एंड नेटवर्क्स” विषय पर एक दिवसीय विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत विभाग की निदेशक प्रोफेसर मंजू माण्डोत ने स्वागत भाषण के साथ की, जिसमें उन्होंने मुख्य अतिथियों का परिचय कराया और डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा की बढ़ती आवश्यकता पर प्रकाश डाला। प्रोफेसर माण्डोत ने कहा कि आज के समय में साइबर सुरक्षा की जानकारी सभी के लिए जरूरी है, ताकि व्यक्तिगत और संस्थागत डेटा तथा सिस्टम्स को सुरक्षित रखा जा सके।
इस कार्यशाला में डॉ. अरुण वैष्णव और बृजेश कुमार शर्मा ने मुख्य वक्ता के रूप में भाग लिया। डॉ. अरुण वैष्णव ने नेटवर्क और सिस्टम सुरक्षा के सिद्धांतों, सुरक्षा प्रोटोकॉल, एन्क्रिप्शन तकनीकों और खतरा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा की। वहीं, बृजेश कुमार शर्मा ने छात्रों को साइबर अपराध के विभिन्न परिदृश्यों से अवगत कराया और प्रायोगिक डेमो के माध्यम से साइबर हमलों की वास्तविक प्रक्रिया एवं उनसे बचाव के उपायों को समझाया।
कार्यशाला के सफल आयोजन में विभाग के संकाय सदस्यों डॉ. प्रदीप सिंह शक्तावत, डॉ. भरत सुखवाल और डॉ. दिलीप चौधरी ने समन्वयक की भूमिका निभाई और पूरे कार्यक्रम के संचालन में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को साइबर सुरक्षा के तकनीकी और व्यावहारिक पहलुओं से अवगत कराना था, जिससे वे डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रह सकें और इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रेरित हों। विभाग ने सभी अतिथियों, समन्वयकों और सहयोगी शिक्षकों का आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में भी ऐसे ज्ञानवर्धक कार्यक्रम आयोजित करने की प्रतिबद्धता जताई। उक्त कार्यक्रम में मुकेश नाथ, दुर्गाशंकर, मनोज यादव, डॉ. रीना मेनारिया, त्रिभुवन सिंह बामनिया, चिराग दवे उपस्थित थे I

Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।