Home » प्रदेश » अहिंसा, एक सम्पूर्ण जीवन शैली है – जिनेन्द्र मुनि

अहिंसा, एक सम्पूर्ण जीवन शैली है – जिनेन्द्र मुनि 

सायरा (Udaipur)- श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ बुधवार को नान्देशमा से तरपाल विहार पर रहा। इस दौरान जिनेन्द्र मुनि , रमेश मुनि एवं दिपेश मुनि ने श्रावक – श्राविकाओं को आशीर्वाद दिया। जिनेन्द्र मुनि ने कहा कि अहिंसा एक सम्पूर्ण जीवन शैली है। जीवन का हर क्षण अपने मूल स्वरूप में अहिंसा को समर्पित है। अहिंसा भगवती है। यह प्रत्येक प्राणी की आत्मा में विद्यमान है। इसीलिए मैं विश्वधर्म की जय बोलता हूं। हिंसा इस विश्व का धर्म नहीं है. विश्व का धर्म तो एक मात्र अहिंसा है। अहिंसा से संदर्भित करुणा, दया अपनत्व आदि सभी मनुष्यों की मूल प्रवृत्तियां हैं। जीवन के एक-एक अंग में अहिंसा प्रवाहित होती है। यह प्रवाह जब भी बाधित होता है तो जीवन-प्रवाह में अवरोध उपस्थित होते हैं। जैसे ही अवरोध हटता है. प्रवाह पुनः चल पड़ता है।

रमेश मुनि ने कहा कि विश्वभर में आज जो स्थितियां निर्मित हुईं हैं, वे मूलभाव की उपेक्षा के कारण है।आज जिस तरह से हिंसा को गौरव दिया जा रहा है, स्पष्टतः हमारी संस्कृति पर कुठाराघात है, स्पष्ट रूप से अभिशाप है। जो यह मान रहे हैं कि विश्व की हर समस्या का निदान हिंसा में है, वे भूल कर रहे हैं। खून से सना कपड़ा कभी-भी खून से साफ नहीं हो सकता। विश्व में अभय, निर्वैर एवं अविरोध की भूमिका को सशक्त बनाने के लिए पारस्परिक स‌द्भाव को मजबूत बनाने के प्रयत्नों की अनिवार्य आवश्यकता है। एक-दूसरे से लड़कर हम जीवित नहीं रह सकते। जीवन की यात्रा एक-दूसरे के सहयोग से चलती है। ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ का सूत्र देकर हमने विश्व को यही संदेश दिया है कि अहिंसा चूँकि मानव मात्र का मूल स्वभाव है, इसलिए वह किसी धर्म-विशेष या राष्ट्र-विशेष का प्राणतत्त्व न होकर सम्पूर्ण विश्व का धर्म है।

दिपेश मुनि ने कहा कि आज चारो और ईर्ष्या का अलाव जल रहा हैं। मनुष्य को मनुष्य पर ही विश्वास नही है। एक पड़ोसी दूसरे को अपना बड़ा दुश्मन समझ रहा है। धर्म के नाम पर ईर्ष्या, द्वेष, औऱ कलह का वातावरण बनाया जा रहा है। धर्म मे इन बातों का कही कोई स्थान नही हैं।

इस दौरान तरपाल जैन संघ के अध्यक्ष लक्ष्मी लाल कच्छारा , मीठालाल कच्छारा , सोहनलाल मांडोत, महेंद्र मांडोत, सुरेश भोगर , नन्दलाल ढालावत, राकेश मांडोत ,राकेश बम्बोरी ,भैरूलाल बम्बोरी सहित श्रावक श्राविकाएं उपस्थित थे।

Pavan Meghwal
Author: Pavan Meghwal

पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।

Facebook
Twitter
WhatsApp
Telegram

Leave a Comment

Realted News

Latest News

राशिफल

Live Cricket

[democracy id="1"]