गोगुंदा (Udaipur)- मंगलवार को चिकित्सा विभाग का अवैध रूप से क्लीनिक चलाने वाले झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का रवैया दिखाई दिया।
बीसीएमओ डॉ दिनेश मीणा ने झोलाछाप के खिलाफ कार्यवाही करते हुए पदराड़ा गांव में एक किराना की दुकान की आड़ में अवैध रूप से संचालित क्लीनिक को सीज किया गया। जानकारी के अनुसार बंगाली माधव द्वारा क्लीनिक पर आदिवासी मरीजों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा था। क्लीनिक से भारी मात्रा में बिना लाइसेंस की दवाइयां इंजेक्शन सीरिंज और उपचार में इस्तेमाल होने वाला बायो वेस्ट बरामद किए गए। बायो वेस्ट का निस्तारण भी अनियमित और असुरक्षित तरीके से किया जा रहा था, जो स्वास्थ्य मानकों के खिलाफ हैं। बीसीएमओ ने क्लीनिक को सीज करतें हुए झोलाछाप को नोटिस दिया गया है। डॉ दिनेश मीणा ने बताया कि सीएमएचओ डॉ. अशोक आदित्य के निर्देशन में इस कार्यवाही को अंजाम दिया गया। इस दौरान पदराड़ा के चिकित्सक डॉ. अंकित पुरोहित और स्थानीय पुलिस जाब्ता भी मौके पर मौजूद रहा। वहीं बीसीएमओ डॉ. दिनेश मीणा ने बताया कि झोलाछाप क्लीनिकों पर कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।