बेकरिया (Gogunda) – थाना पुलिस ने जमीनी विवाद के चलते अपने ही काका को मौत के घाट उतार देने वाले दो आरोपियों को ने गिरफ्तार कर लिया हैं। पुलिस कि यह कारवाई 24 घंटों की जांच पड़ताल में आरोपियों तक पहुंचने में कामयाब हो चुकी थी। थाना क्षेत्र के एक गांव में खेत में काम कर रहे अपने सगे काका के साथ दो भतीजों के बिच हुईं कहासुनी में बात यहां तक पहुंच गई की दोनों भतीजों ने काका को पीट-पीटकर मार दिया था।
आखिर दर्ज रिपोर्ट में क्या था मामला
दरअसल मामला बेकरियां थाने के पाण्डीबोर गांव का है गांव के स्थानीय निवासी मानाराम पुत्र धीराराम ने थाने में मामला दर्ज कराते हुए बताया कि 8 दिसंबर को रात के करीब 09 बजे मैं व मेरा छोटा भाई भुताराम दोनों खेत नामी जोतरी में पिलाई कर रहे थे। इस समय मेरे बडे भाई जोताराम पिता धीराराम के लडके शैतान व रेशमाराम अचानक हाथ मे लठ लेकर आए और हम दोनो भाइयों पर हमला कर दिया। हमलें में मेरे भाई भुताराम के सिर व शरीर पर मारपीट से लठ से लगी चोटों से मौके पर ही मौत हो गई थी। इस दौरान मैंने बीच-बचाव किया तो मेरे शरीर पर चोटें आई थीं। मारपीट के तुरंत बाद दोनों आरोपी मेरा मोबाइल व 500 रू ले कर फरार हो गये थे।
पुलिस ने मामला को लिया गंभीरता से आरोपी गिरफ्तार
बेकरियां थाना प्रभारी उत्तम सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने जिला पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल के दिशा निर्देशों के आधार पर घटना की गम्भीरता को देखते हुए और घटना त्वरित कार्यवाही करते हुए आसूचना के सहयोग से हत्या के मामले उबरा, (गोगरूद) निवासी शैतान पुत्र जोताराम गरासिया और रेशमाराम पुत्र जोताराम गरासिया को गिरफ्तार किया गया।
थाना प्रभारी ने 6 पुलिसकर्मियों की बनाईं थी टीम
पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल के दिशा निर्देश के अनुसार बेकरियां थाना प्रभारी ने 6 पुलिसकर्मियों की टीम का गठन किया। गठित टीम में थानाधिकारी उत्तम सिंह सहित 5 अन्य पुलिसकर्मियों की टीम में अमर सिंह , किशनाराम, करण सिंह , उम्मेदा राम, जोधा राम शामिल रहें। गठित टीम ने तकनीकी रूप से और आसूचना के आधार पर फरार आरोपियों को 24 घंटों में गिरफ़्तार किया गया।
Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।