सायरा (Udaipur) क्षेत्र के ग्राम पंचायत भानपूरा में बने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मरीजों के लिए उचित व्यवस्था नहीं होने और अस्पताल स्टाफ की मनमर्जी के चलते असंतुष्ट ग्रामीणों के दुःख को जाहिर करते हुए स्थानीय निवासी रविंद्र सिंह राणावत ने प्रशासन से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की ओर ध्यान आकर्षित करने की बात कहीं। रविन्द्र सिंह ने बताया कि शीतकालीन सत्र चल रहा हैं जिसमें अस्पताल के स्टाफ का समय सुबह नौ से तीन बजे तक का है। लेकिन पूरा अस्पताल एक सीएसओ के भरोसे पर चल रहा है। अस्पताल में आने वाले मरीजों को दवाईयां देने वाला कोई फार्मेसिस्ट नहीं है, वहीं जो स्टाप यहां सेवाएं दे रहे हैं वो केवल अपनी मनमर्जी से काम करते हैं। प्रशासन को इस विषय पर ध्यान देना चाहिए ताकि मरीजों को समय पर उपचार मिल सके। उन्होंने ने बताया कि कुछ समय पूर्व एक चिकित्सक यहां सेवाएं देते थें लेकिन कुछ महीनों पश्चात ही पुनः प्रतिनियुक्ति पर नान्देशमा में भेजने की बात बता रहे हैं जिससे अभी भानपुरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सकों की कोई सेवाएं नहीं मिल पा रही है वर्तमान में किसी भी कर्मचारी की उपस्थित नहीं है जिसमें डॉक्टर लैब टेक्नीशियन लैब असिस्टेंट फार्मासिस्ट जीएनएम एएनएम के पद पर सेवा के नाम पर शून्य है यह समस्या पिछले तीन-चार साल से बनी हुई है जिसका कोई भी स्थाई हल नहीं निकल पाया हैं।

Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।