गोगुंदा (Udaipur)- थाना क्षेत्र में 18 सितंबर से हुई आदमखोर पैंथर के हमलें की कहानी 13 दिन बाद नए सिरे पर आ गई है। विगत 12 दिनों के बिच आदमखोर पैंथर के हमलें से अब तक 7 लोगों का शिकार कर चुका है। और 13 वे दिन भी प्रशासन पैंथर को पकड़ने में सफलता नहीं मिली। बता दें कि आदमखोर पैंथर ने 12 वे दिन थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बड़गांव के केलवो का खेड़ा ( विजय बावड़ी) में कमला कुंवर को शिकार बनाया था । उसके बाद वन विभाग पुलिस टीम, आर्मी के जवान और अधिकारी भी मौके पर मौजूद है।
वन विभाग ने बनाया नया प्लान, पिंजरों में बैठाया ट्रेंकुलाइज करने वाले शूटर्स को
केलवो का खेड़ा में दूसरी मौत के बाद वन विभाग की टीम ने प्लान में बदलाव करते हुए जहां महिला पर पैंथर ने हमला किया था । वहां दो पिंजरे रखे है जिसमे पैंथर को ट्रेंकुलाइज करने वाले शूटर्स को बैठाया गया । वन विभाग की टीम ने दो डम्मी मनुष्य के पुतले बनाए जिन्हे पिंजरों में रखा है। पैंथर का मूवमेंट अभी भी राठौड़ो का गुड़ा में ही ट्रेस हुआ है गांव के पास जो नाला है उसमे पानी पीते देखा गया था।
गोगुंदा थाने ऐ पुलिस जवान बैठे पिंजरे में
पैंथर को शूट करने के लिए गोगुंदा थाना पुलिस के जांबाज जवान हेड कांस्टेबल पवन यादव, पृथ्वी सिंह, कुलदीप सिंह, दीपेंद्र सिंह, कृष्ण बलदेव पिंजरे में बैठकर पैंथर का कर रहे हैं इंतज़ार कर रहे हैं। पैंथर को शूट करने के आदेश के बाद प्रशासन ने सिपाहियों को पिंजरे बैठाया था । रणथंभौर, जोधपुर और उदयपुर से आए श्राप शूटरों ने पैंथर को ढूंढने का पूरा किया जा रहा है प्रयास। क्षेत्र में 12 दिन 7 लोगों का शिकार कर चुका है।
टीमें और प्रशासन के अधिकारी है मौजूद
उदयपुर क्षैत्रिय वन विभाग के स्टाफ, क्षैत्रिय वन अधिकारी वन्य जीव जयसमंद, कुंभलगढ़, बोखाडा एवं ट्रेक्यूलाजिंग टीम और वन जीव जोधपुर राजस्थान की टीम मौके पर मौजूद हैं। रणथंभौर, जोधपुर और उदयपुर से आए श्राप शूटरों ने पैंथर को ढूंढने का पूरा किया जा रहा है प्रयास। क्षेत्र में 12 दिन 7 लोगों का कर चुका है शिकार। डीएफओ अजय चित्तौड़ा , उपखंड अधिकारी डॉ नरेश सोनी, तहसीलदार ओम सिंह लखावत, थानाधिकारी शैतान सिंह नाथावत रहे मौजूद।
तीन शर्तों पर पैंथर को मारने का आदेश
प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन जीव प्रतिपालक पवन कुमार उपाध्याय ने तीन शर्तों पर पैंथर को मारने का आदेश जारी किया गया है। जारी आदेश में बताया गया है कि
- बघेर को ट्रेक्यूलाईज या ट्रेप का प्रयास किया जाए ।
- मारने से पूर्व पहचान की जाएं।
- प्रतिदिन रिपोर्ट कमेटी एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक राजस्थान को प्रेषित की जाएं ।
बुधवार को ड्रोन केमरे में कैद हुए पैंथर की छवि
प्रशासन द्वारा चलाए गए सर्च आपरेशन में ड्रोन केमरे में एक पहाड़ी पर बैठा पैंथर केमरे में कैद हुआ था।
Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।