सायरा (Sayra)/ शुक्रवार को उमरणा में जैन चातुर्मास में आयोजित सभा में श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ के जिनेन्द्र मुनि ने कहा कि व्यक्ति , भूभाग , शासक और संविधान ये चारों राज्य के मूलभूत अंग होते हैं। भारत ने अपनी आजादी अहिंसा और सत्याग्रह से प्राप्त की थी। आज देश मे लाखो करोड़ो लोग हैं जो महावीर बुद्ध की अहिंसा के कायल हैं । देश की सत्ता पर चाहे किसी भी दल का शासन हो,परन्तु सभी की भावना राष्ट्र सेवा जन सेवा की रहनी चाहिए। आज कोई राष्ट्र निर्माण की बात करता है तो उसके पीछे लोगो के षड्यंत्र की बू आती हैं। ग़रीबों के उत्थान की ,नारी के सम्मान की कोई बात करता है तो उसको बेवकूफ समझा जाता हैं। देश भौतिक रूप से सम्पन्न हो गया हैं। लेकिन देश मे ऐसे भी लोग हैं जिसको देश का विकास नही भा रहा हैं।मुनि ने कहा कि बालको को गुरुजन समय अनुकूल शिक्षा प्रदान कर उनका सर्वांगीण विकास करने का प्रयास भी करते हैं ,मगर समाज मे आकर उनका दूसरा रूप ही प्रकट होता हैं। बालक को सिखाया कुछ जाता हैं ओर सीखता कुछ ओर हैं । आवश्यकता इस बात की है कि नई पीढ़ी में अनुशासन प्रेम भाईचारा एवं राष्ट्र भक्ति पैदा की जाएं। मनुष्य ही नही ,बल्कि पशु पक्षियों के प्रति भी उनमें प्रेम हों। संत ने कहा कि बालक का मस्तिष्क तो गीली मिट्टी का लौंदा होता है। उसे लौंदे को जैसा आकार दोगे, वह वैसा ही रूप धारण करेगा।आज व्यसन और फैशन ने नई पीढ़ी को नियम एवम नीति से परे धकेल दिया है। आज के विद्यार्थी को राष्ट्र सेवा की बात सोचने की जरूरत है। यह देश तो वह देश है, जहां तक्षशिला और नालन्दा जैसे विश्वविद्यालय थे। दुनियाभर में ज्ञानार्जन हेतु जहां विद्यार्थी आते थे। जहां पर ज्ञान के साथ नैतिकता की शिक्षा दी जाती थीं। विद्यार्थियों को स्वावलंबन की भावना पैदा की जाती थी।जीवन व्यवहार शिक्षा का महत्वपूर्ण अंग था।अपने धर्म व दर्शन के प्रति निष्ठावान बनने की प्रेरणा दी जाती थीं। सभी भाषाओं से प्रेम व आदर रखने की प्रेरणा दी जाती थी।आज फिर उसी परम्परा को पुनर्जीवित करने की जरूरत है।आज नवयुवकों में राष्ट्र भक्ति की भावना पैदा करने की महती आवश्यकता हैं। हमे विश्व मे आदर्श प्रस्तुत करना है।
Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।