जयपुर : राजस्थान के तृतीय श्रेणी शिक्षकों को जल्द बड़ी सौगात मिलने वाली है। अब जल्दी ही तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों पर लगी रोक हटेगी। इसको लेकर शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने तबादलों के लिए गाइडलाइन बनाकर सरकार को भेज दी है। सरकार की अनुमति मिलते ही तृतीय श्रेणी शिक्षकों की तबादले शुरू हो जाएंगे। बता दें कि पिछले 4 सालों से तबादलों की आस में बैठे हुए शिक्षकों को कांग्रेस सरकार राजी करने का प्रयास कर रही है। इस दौरान सरकार कोशिश कर रही है कि आचार संहिता से लगने से पहले तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले किए जाएं।
शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने गुरुवार को बीकानेर में इस मामले की जानकारी दी है। तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले के लिए शिक्षा निदेशालय 21 सूत्रीय गाइडलाइन तैयार की है। इसे अब राज्य सरकार के पास भेजा गया है। राज्य सरकार से हरी झंडी मिलने के बाद इन गाइडलाइन के आधार पर तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले हो सकेंगे। सूत्रों के अनुसार सरकार जून में तबादलों पर रोक हटा सकती है। इसके बाद शिक्षकों से तबादलों के लिए आवेदन मांगे जाएंगे। इससे जो शिक्षक अपना जिला बदलाना चाहते हैं। इसमें उन्हीं शिक्षकों का तबादला होगा। जिन्होंने वर्तमान जिले में 5 साल की नौकरी की है। इसके अलावा उनके पिछले 3 साल के रिजल्ट की भी समीक्षा की जाएगी। खराब परीक्षा परिणाम वाले शिक्षकों का गाइडलाइन के तहत तबादला नहीं होगा।
फाइव स्टार रेटिंग वाले स्कूलों के शिक्षकों को प्राथमिकता
तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों के लिए बनाई गई गाइडलाइन में उन शिक्षकों को प्राथमिकता दी जाएगी। जिन स्कूलों ने पिछले लगातार 3 साल तक पांचवी और आठवीं बोर्ड परीक्षा परिणाम में फाइव स्टार रेटिंग हासिल की है। ऐसे स्कूलों के लेवल-1 और 2 के शिक्षकों को उनकी पसंद की जगह पर ट्रांसफर करने में प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा मंत्री और विधायकों की डिजायर की अनुसार भी तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले हो सकेंगे।
इन शिक्षकों को भी ट्रांसफर में मिलेगी प्राथमिकता
ट्रांसफर गाइडलाइन के अनुसार दिव्यांग शिक्षक, गंभीर बीमारी से ग्रसित शिक्षक, पति-पत्नी या उनके आश्रित बच्चे जिन्हें उपचार की विशेष आवश्यकता है। ऐसे शिक्षकों को ट्रांसफर में प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा विधवा, परित्यक्ता, वर्तमान में सेवारत सैनिकों की पत्नियों को भी स्थानांतरण में प्राथमिकता मिलेगी। निदेशालय की गाइड लाइन में लेवल प्रथम और द्वितीय, प्रबोधक, पीटीआई, लाइब्रेरियन सहित थर्ड ग्रेड प्रयोगशाला सहायक पर भी यह गाइडलाइन लागू होगी। बता दें कि वर्ष 2018 के बाद तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले नहीं हुए। जिसके कारण करीब सवा दो लाख तृतीय श्रेणी शिक्षकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।