गोगुंदा (Udaipur) – प्रदेश में भीषण गर्मी के चलते आमजन को हीटवेव से बचाने और पेयजल और बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार संकल्पबद्ध है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा स्वयं इसकी लगातार मोनिटरिंग कर रहे हैं। इसी कड़ी में उदयपुर जिला प्रशासन भी अपने मुखिया जिला कलेक्टर नमित मेहता के निर्देशन में पूरी तरह मुस्तैद है। गर्मी से आहत जनमानस की स्थिति जानने जिला कलेक्टर स्वयं भरी दुपहरी में फील्ड में निकले। उन्होंने गोगुंदा क्षेत्र का दौर कर हीटवैव प्रबंधन की स्थिति देखी। साथ ही जलाषयों का भी निरीक्षण किया।
जिला कलेक्टर मेहता बुधवार दोपहर गोगुंदा क्षेत्र के दौरे के लिए रवाना हुए। गोगुंदा पहुंच कर उन्होंने एसडीएम कार्यालय में उपखण्ड स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। इसमें उन्होंने विभिन्न कार्यालयों में हीट वैव प्रबंधन की जानकारी लेते हुए कहा कि कार्यालय में छाया-पानी तथा लू से बचाव हेतु आवश्यक संसाधन कार्यालय में होने चाहिए। कार्यालय में आने वाले आमजन को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसका विशेष ध्यान रखें। उन्होंने उपखण्ड में विभिन्न हैंडपंप की स्वीकृतियों तथा भौतिक प्रगति की जानकारी ली, साथ ही सीएम बजट घोषणाओं की प्रगति की भी समीक्षा की। इस दौरान उपखण्ड अधिकारी शुभम भैंसारे, तहसीलदार रणछोड़ सौलंकी, बीडीओ महीप सिंह सहित विभिन्न विभागों के उपखण्ड स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
ई-मित्र का औचक निरीक्षण, लाइसेंस निलंबन के निर्देश
बैठक के बाद जिला कलक्टर मेहता पंचायत समिति परिसर के पास ही एक ई – मित्र शॉप पर औचक निरीक्षण करने पहुंचे। वहां अधिकृत दर सूची चस्पां नहीं होने एवं मनमानी राशि वसूली पाए जाने पर उन्होंने संबंधित ई-मित्र संचालक का लाइसेंस निलंबित करने के निर्देश सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के अधिकारियों को दिए।
सीएचसी में मरीजों की जानी कुशलक्षेम
जिला कलक्टर ने गोगुंदा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भी अवलोकन किया। उन्होंने विभिन्न वार्डाे में जाकर मरीज़ों की कुशल-क्षेम भी पूछी। बीसीएमओ से अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली तथा अस्पताल परिसर में आवश्यकतानुसार रंग-रोगन इत्यादि करने के निर्देश दिए।
जलाशयों की देखी स्थिति
इससे पूर्व कलेक्टर मेहता ने जल की उपलब्धता और आपूर्ति के संबंध में विभिन्न जलाशयों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने बड़ी तालाब का अवलोकन किया जहां जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता मनोज जैन ने भराव क्षमता, कैचमेंट एरिया, सिंचित क्षेत्र आदि की जानकारी दी। जिला कलेक्टर ने इसे वेटलैंड में शामिल करने की संभावनाओं पर मंथन करने को कहा। उन्होंने झील पर आने वाले पर्यटकों के बारे में भी जानकारी ली तथा बाहुबली हिल्स पर जाने वाले पर्यटकों की सुरक्षा हेतु रेलिंग निर्माण के संबंध में यूडीए आयुक्त राहुल जैन को निर्देश दिए। तत्पश्चात जिला कलक्टर ने छोटा मदार तथा बड़ा मदार तालाब का भी अवलोकन किया।

Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।