उदयपुर (Udaipur)- राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अभियान के तहत पात्र लोगों को लाभान्वित करने तथा अपात्र लोगों को सूची से हटाने के उद्देश्य से राज्य सरकार के निर्देशानुसार चलाए जा रहे गिव-अप अभियान को लेकर पूर्ण गंभीरता बरती जा रही है। रसद विभाग की ओर से निष्कासन श्रेणी में शामिल लोगों के नाम हटवाने को लेकर विशेष मुहिम चलाई जा रही है। वहीं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एवं खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा के निर्देश पर रसद विभाग स्वयं के स्तर पर भी अपात्र लोगों को चिन्हित करते हुए उन्हें नोटिस जारी कर रहा है। उदयपुर जिले में अब तक विभाग ने 56 परिवारों को नोटिस जारी किए हैं। अभियान के तहत जिले में अब तक लगभग 2700 से अधिक परिवार खाद्य सुरक्षा सूची से बाहर किए जा चुके हैं। सरकार ने स्वेच्छा से नाम हटवाने की तिथि 28 फरवरी तक बढ़ा दी है, वहीं ऑनलाइन आवेदन की सुविधा भी उपलब्ध कराई है।
जिला रसद अधिकारी मनीष भटनागर ने बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के तहत गिव-अप अभियान में खाद्य सुरक्षा प्रदान करने के संबंध में निर्धारित मापदण्ड अधिसूचना दिनांक 27.09.2018 के अन्तर्गत निष्कासन श्रेणी तय की गई है। इसमें वह परिवार जिसमें कोई आयकर दाता हो, वह परिवार जिसका कोई सदस्य सरकारी/अर्द्व सरकारी/स्वायत्तशासी संस्थाओं में कर्मचारी/अधिकारी हो, परिवार की वार्षिक आय एक लाख से अधिक हो, परिवार में किसी सदस्य के पास चार पहिया वाहन हो (ट्रेक्टर आदि जीविकोपार्जन में प्रयुक्त वाहन को छोड़कर) को शामिल किया गया है। गिवअप अभियान के तहत नाम हटवाने के लिए आवेदन प्राप्त हो रहे हैं। वहीं राज्य सरकार के निर्देशानुसार विभागीय स्तर पर भी अपात्र लाभार्थीयों का चिन्हीकरण किया जा रहा है। उदयपुर में लगभग 56 से अधिक अपात्र लाभार्थीयों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं। इसमें उदयपुर शहर के 13, गोगुंदा, खेरवाड़ा, कोटड़ा व झाड़ोल क्षेत्र से 10-10 तथा वल्लभनगर क्षेत्र से 3 अपात्र लाभार्थी सम्मलित हैं।
11 हजार से अधिक लोगों के नाम हटाए
जिला रसद अधिकारी भटनागर ने बताया कि उदयपुर जिले में जिला रसद अधिकारी प्रथम अंतर्गत गिव अप अभियान के तहत अब तक प्राप्त प्रार्थना पत्रों के आधार पर 1688 राशन कार्डों में शामिल 6838 सदस्यों तथा जिला रसद अधिकारी द्वितीय अंतर्गत 1021 राशन कार्डों में शामिल 4382 सहित कुल 11220 सदस्यों को खाद्य सुरक्षा सूची से हटाया गया है। इसके अलावा 258 राशन कार्ड में शामिल 1155 लोगों के आवेदन ऑनलाइन भी प्राप्त हुए हैं, जो प्रक्रियाधीन हैं।
ऑनलाइन भी कर सकते हैं आवेदन
जिला रसद अधिकारी मनीष भटनागर ने बताया कि खाद्य सुरक्षा सूची में कई अपात्र परिवार शामिल हैं, जबकि कई पात्र परिवार इस सुविधा से वंचित हैं। इसके लिए सरकार ने गिवअप अभियान चलाया, ताकि निष्कासन श्रेणी में शामिल स्वैच्छिक रूप से अपना नाम हटवा लेवें। इसके लिए अंतिम तिथि अब 28 फरवरी 2025 तक बढ़ा दी गई है। संबंधित व्यक्ति रसद कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा खाद्य विभाग की वेबसाइट फूड डॉट राजस्थान डॉट जीओवी डॉट इन पर ऑनलाइन आवेदन कर अपना नाम स्वयं भी हटवा सकते हैं। तय तिथि के बाद निष्कासन श्रेणियों के अपात्र परिवार के चिन्हीकरण के लिए वृहद सर्वे करवाया जाएगा तथा अपात्र पाए जाने पर परिवारों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
नाम जुड़वाने के लिए भी कर सकते हैं आवेदन
सरकार ने खाद्य सुरक्षा योजना में शामिल होने से वंचित रहे पात्र परिवारों को सूची में जोड़ने के लिए गत 26 जनवरी से खाद्य सुरक्षा पोर्टल खोला है। पात्र व्यक्ति घर बैठे ही अपने मोबाइल फोन से, खाद्य विभाग की वेबसाइट फूड डॉट राजस्थान डॉट जीओवी डॉट पर आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए पात्र इच्छुक व्यक्ति /परिवार खाद्य विभाग द्वारा निर्धारित प्रारूप में संबंधित श्रेणी (अन्त्योदय, बी.पी.एल, एस.बी.पी.एल. के कार्ड का क्रमांक, सीमांत कृषक, श्रमिक कार्ड, सफाई कर्मचारी का साक्ष्य इत्यादि ) का दस्तावेजी साक्ष्य स्वयं हस्ताक्षरित कर अपील कर सकेंगे। आवेदन पत्र के साथ आवेदक को यह शपथ पत्र देना अनिवार्य होगा कि आवेदक खाद्य सुरक्षा की निष्कासन सूची की किसी भी श्रेणी के आधार पर अपात्र नहीं हैं। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में नवीन आवेदन करने से पूर्व राशन कार्ड में सभी सदस्यों की आधार सीडिंग अनिवार्य हैं। जिले के पात्र लाभार्थियों को आधार सीडिंग के लिये जिला मुख्यालय पर स्थित जिला रसद कार्यालय में आने की आवश्यकता नहीं हैं। वे संबंधित उपखण्ड कार्यालय एवं पंचायत समिति कार्यालय से पोर्टल एवं प्रवर्तन अधिकारी/निरीक्षक की आईडी के माध्यम से आधार सीडिंग करवा सकते हैं।
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Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।