उदयपुर/ जिले के भीलु राणा चौराहा (रेती स्टैंड) पर शुक्रवार को राजस्थान के तमाम बहुजन सामाजिक संगठनों की एक सामुहिक बैठक आयोजित हुई। सामूहिक बैठक ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा सामाजिक कुरीतियां मृत्यु भोज को गंगा प्रसादी के रूप में करना पूर्णत प्रतिबंध है। लेकिन मृत्यु भोज को गंगौज प्रसादी का नाम देकर राज्य सरकार के नियमों की अवहेलना की जा रही है इस पर सभी संगठनों ने सरकार से प्रतिबंध लगाने की अपील की है। वहीं बैठक में विभिन्न बहुजन संगठनों के पदाधिकारियों ने निर्णय लिया कि अगर कोई मृत्यु भोज या गंगौज प्रसादी आयोजित करता है या इसे बढ़ावा देने का कार्य करता हुआ पाया गया तो सामाजिक संगठनों द्वारा कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जिसकी समस्त जिम्मेदारी परिवारजनों की रहेगी।
सामुहिक बैठक में राष्ट्रीय अत्याचार निवारण फोर्स के बाबू लाल घावरी ,भीम आर्मी जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष रोशन मेघवाल, जिला महामंत्री ओमप्रकाश मेघवाल ,अंबेडकर वेलफेयर सोसाइटी जिलाध्यक्ष एड. दिनेश मेघवाल, भीम सेना प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश रायकवाल ,मेघवाल युवा परिषद संभाग प्रभारी देव मालवीया,आदिवासी मंच संरक्षक नारायण लाल, अखिल भारतीय आदिवासी महासभा राज्य सचिव एड.सुरेश मीणा, आदिवासी क्रांति मंच संरक्षक एडवोकेट बाबूलाल सहित रविदास जयंती समारोह समिति जिला उपाध्यक्ष भंवरलाल मेघवाल मौजूद रहे।

Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।