उदयपुर – सुशासन की परिकल्पना को साकार करने तथा आमजनकी समस्याओं के त्वरित निस्तारण को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशानुसार जिला कलेक्टर नमित मेहता की ओर से नियमित रूप से ग्राम्यांचल में रात्रि चौपाल की जा रही है। इसी कड़ी में शुक्रवार देर शाम भीण्डर पंचायत समिति की ग्राम पंचायत हींता में जिला कलक्टर की चौपाल जमी।
ग्राम पंचायत परिसर में आयोजित चौपाल में जिला कलक्टर नमित मेहता ने ग्रामवासियों की परिवेदनाओं को पूर्व संवेदनशीलता के साथ सुना तथा उनके त्वरित निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।
रात्रि चौपाल में जिला परिषद सीईओ रिया डाबी, भींडर एसडीएम रमेश चन्द्र बहेड़िया, तहसीलदार सतीश पाटीदार, बीडीओ वीरेंद्र कुमार व्यास सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, विभिन्न विभागों के जिला एवं उपखण्ड स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
तहसीलदार को दिए अतिक्रमण हटाने के निर्देश
चौपाल के दौरान ग्रामीणों ने नाले पर अतिक्रमण की शिकायत की। जिला कलक्टर ने तहसीलदार को वस्तु स्थिति की जानकारी लेते हुए जल्द से जल्द अतिक्रमण हटवाकर रिपोर्ट करने के निर्देश दिए। इसके अलावा ग्रामीणों ने विद्यालय भवन की छत जर्जर होना बताया। इस पर कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को जर्जर भवन में कक्षा संचालन नहीं करने के लिए पाबंद किया। साथ ही भवन मरम्मत के प्रस्ताव जल्द से जल्द प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। ग्रामीणों ने श्मशान का परिसर बढ़ाने, गांव में पेयजल व्यवस्था सुचारू कराने, जल जीवन मिशन के तहत प्रेशर से पानी नहीं आने, स्थानीय विद्यालय में विज्ञान संकाय शुरू करने, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की भूमि का प्रकरण, संविदाकर्मियों के बकाया मानदेय भुगतान, बस स्टैंड पर स्पीड ब्रेकर बनवाने, नवीन सड़क निर्माण कार्य, पीएम आवास स्वीकृत करने सहित करीब दो दर्जन परिवेदनाएं प्रस्तुत की। जिला कलक्टर ने सभी परिवेदनाओं पर विस्तृत चर्चा करते हुए संबंधित अधिकारियों को उनके गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के लिए निर्देशित किया।

Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।