रेलमगरा -उपखंड क्षेत्र के गिलुंड में चल रहे अनिश्चितकालीन धरने के तहत सोमवार को छठे दिन भी धरना जारी रहा । तो वही दूसरी ओर गिलुंड पंचायत समिति संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल ने उदयपुर के समोर बाग पहुंच कर राजसमंद सांसद महिमा कुमारी मेवाड़ से मिल कर गिलुंड को पंचायत समिति बनाने की मांग से अवगत कराकर ज्ञापन सौंपा।
प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने सांसद मेवाड़ को बताया कि गिलुंड को पंचायत समिति का दर्जा मिलने से क्षेत्र के लोगों को प्रशासनिक और अन्य सुविधाओं में काफी राहत मिलेगी। उन्होंने भौगोलिक स्थिति, प्रशासनिक सुविधा, जन सुविधाएं और स्थानीय लोगों की मंशा के साथ दूरी का तर्क देते हुए गिलुंड को पंचायत समिति बनाने की मांग की । सदस्यों ने बताया कि गिलुंड में पिछले 12 वर्षों से पंचायत समिति की मांग लगातार उठाई जा रही है और वर्तमान में पंचायती राज पुनर्गठन की प्रक्रिया चल रही है, ऐसे में गिलुंड को पंचायत समिति नहीं बनाना आम जनता के साथ अन्याय होगा। साथ ही गिलूंड में उपतहसील से तहसील में कर्मोनयन , पुलिस चौकी, अजमेर विद्युत विभाग का सहायक अभियंता कार्यालय, सामुदायिक पशु चिकित्सालय, सहायक कृषि अधिकारी कार्यालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिससे आमजन को सभी प्रकार की सुविधाएं एक ही स्थान पर मिल सकेंगी। इसके साथ ही 50 से अधिक राजस्व गांव एवं 10 से अधिक ग्राम पंचायतो को गिलुंड पंचायत समिति बनने से सीधा लाभ पहुंचेगा। जिस पर सांसद ने प्रतिनिधि मंडल को सकारात्मक सहयोग की बात कही।
इस दौरान प्रतिनिधीमंडल के गणेश ओस्तवाल, नन्द लाल लड़ा, रतन लाल नायक, भगवती लाल कोठारी, देवी लाल जटिया, सत्यनारायण टेलर, कैलाश चंद माली, अजय उपाध्याय सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।