उदयपुर – राजस्थान के ख्यातनाम पर्यावरण वैज्ञानिक और सेवानिवृत्त सहायक वन संरक्षक डॉ सतीश कुमार शर्मा ने कहा है कि पर्यावरण संरक्षण की जिम्मेदारी सिर्फ वन विभाग या सरकार की नहीं हैए यह तो एक समन्वित प्रयास है और इसकी शुरुआत हमें अपने.अपने घरों से करनी चाहिए। हर एक व्यक्ति अपने जन्मदिनए शादीए विवाह वर्षगांठए अपने परिजनों के जन्मदिन आदि पर एक.एक पौधा लगाते हुए अपने जीवनकाल में कम से कम पांच पेड़ों को बड़ा करने का संकल्प लें तो हम प्रकृति के दिए योगदान से उऋण हो सकते हैं।
डॉ शर्मा कला.संस्कृति व पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में प्रतिबद्ध कश्ती फाउंडेशनए सेंडिस ट्रेवल टेल्स और होटल रेडिसन के तत्वावधान में ष्ग्रो ग्रीन इनिशियेटिव पर आयोजित कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
इस मौके पर उन्होंने ग्लोबल वार्मिंग के कारणों और इससे पैदा हो रही समस्याओं के बारे में बताया और कहा कि शहरों में हाई राईज बिल्डिंग्स के रूप में हमने अपने चारों तरफ की गर्म हवा को निकलने के रास्तों में अवरोध पैदा कर दिए है वहीं पेड़ों की कटाई के माध्यम से ग्रीन कवर को कम किया है जिसके दुष्परिणाम इस फरवरी माह में बसंत ऋतु में लू के अहसास के रूप में प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने बढ़ते औद्योगिकरण से भूमण्डलीय तापमान की वृद्धि को प्रकृति की चेतावनी के रूप में लेने और इसके लिए अभी से प्रयास करने की आवश्यकता जताई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कश्ती फाउंडेशन प्रमुख श्रद्धा मुर्डिया ने ग्लोबलवार्मिंग और पर्यावरण प्रदूषण की स्थितियों को मानव जाति के भविष्य के लिए हानिकारक बताया और भावी पीढ़ी को मानव जीवन के अस्तित्व के लिए चुनौती के रूप में लेने की बात कही। उन्होंने विद्यार्थियों के माध्यम से इस विषय में जनजागरूकता फैलाने की आवश्यकता प्रतिपादित की और कश्ती फाउंडेशन के माध्यम से प्रत्येक तीन माह में एक बार पर्यावरण संरक्षण पर जागरूकता कार्यशाला आयोजित करने की सहमति जताई।
बतौर विशिष्ट अतिथि होटल रेडिसन के उपाध्यक्ष अंकुश कठवाल ने पावर प्वाईंट प्रजेन्टेशन के माध्यम से कहा कि संस्थान द्वारा ष्ग्रो ग्रीन इनिशियेटिव के माध्यम से ष्पॉलिथीन और प्लास्टिक फ्रीष् वातावरण तैयार करने का कार्य किया जा रहा है। दैनन्दिन उपयोग में इको फ्रेंडली उत्पादों का उपयोग में लिया जा रहा है। उन्होंने हर व्यक्ति को अपने आसपास के खाली इलाके में पेड़ लगाने और विद्यार्थियों के माध्यम से घर.घर तक इस विषय में जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता जताई।
कार्यक्रम के मॉडरेटर एवं पुलिस मुख्यालय में अतिरिक्त निदेशक डॉ कमलेश शर्मा ने नेकी के कार्य खामोशी के साथ करने की पेड़ों की अनूठी विशेषता को उद्घाटित किया और इससे प्रेरित होकर संरक्षण गतिविधियों को अंजाम देने की बात कही। उन्होंने वर्ष 2024 को अब तक का सबसे गर्म वर्ष बताया और कहा कि पिछले वर्ष का औसत तापमान पिछले 123 वर्षाे के औसत तापमान से 0ण्65 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
इस अवसर पर फाउंडेशन की तरफ से राउमावि गुपड़ी और राउमावि धार के बच्चों के लिए साउंड सिस्टम भेंट किया गया वहीं अतिथियों व विद्यार्थियों को स्मृति चिह्न प्रदान किए गए। कार्यक्रम दौरान सुनील लड्ढाए रजत मेघनानीए हेमंत जोशीए संदीप राठौड़ए नित्या सिंघलए राहुल मालीए कुणाल मेहताए विनय दवेए प्रेरणा नौसालियाए चित्रसेनए आरोही मुर्डियाए प्रियंका कोठारीए सुरभि गांधीए प्रधानाचार्य कमल जोशीए अर्पित त्रिपाठीए आरजे यामिनी शर्माए आरजे रियाए रिचा पटेल सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद थे। कार्यक्रम करा संचालन आरजे निवी ने किया जबकि आभार प्रदर्शन की रस्म सेंडी ट्रेवल टेल्स के संदीप राठौड़ ने अदा की।
पेड़ों व परिंदों की अनूठी बातों का दिखा सम्मोहन
कार्यक्रम दौरान डॉ सतीश शर्मा ने प्रकृति के अनोखे और अनदेखे रहस्यों को उद्घाटित किया तो न सिर्फ विद्यार्थी अपितु अतिथि और प्रबुद्धजन भी सम्मोहित नजर आए। इस दौरान उन्होंने वीवर बर्ड हाउस स्विफ्टए वॉयर टेल्ड स्वैलोए मॉनिटर लिजार्ड और ग्रे हॉर्नबिल आदि पक्षियों के साथ ए घोस्ट ट्री के बारे में तथ्यों को बताया तो सभी रोमांचित हो उठे। विद्यार्थियों ने भी अपने प्रश्नों के माध्यम से शंकाओं का समाधान किया।

Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।