उदयपुर (Udaipur)-अंचल में कला-संस्कृति के संरक्षण-संवर्धन को समर्पित कश्ती फाउंडेशन और ललित कला अकादमी नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार से प्रारंभ हुए तीन दिवसीय कला आंगन के दूसरे दिन रविवार को सरकारी विद्यालय के विद्यार्थियों को कला के विविध रंगों से रूबरू करवाया।
कश्ती फाउंडेशन प्रमुख श्रद्धा मुर्डिया ने बताया कि राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय वरड़ा में आयोजित हो रहे कला आंगन में प्रातःकालीन सत्र स्केचिंग के नाम रहा। स्केच आर्टिस्ट और वास्तुकार सुनील लड्ढा के नेतृत्व में अर्बन स्केचर्स और विद्यार्थियों ने मिलकर भांति-भांति के स्केच तैयार किए। इस सत्र में 35 से अधिक विद्यार्थियों के साथ कलाकारों ने पेंसिल और रंगों से चित्र कृतियों का सृजन किया। कार्यक्रम का संचालन कहानीकार रजत मेघनानी ने किया। मुर्डिया ने बताया कि मिराज ग्रुप, राउंड टेबल, मंगलम आर्ट्स, कपूर ट्रेडर्स, श्रीजी प्रॉपर्टी और उदयपुर कलर्स के सोजन्य से आयोजित तीन दिवसीय कला आंगन का समापन सोमवार शाम को प्रदर्शनी आयोजन के साथ किया जाएगा।
बहुत कुछ सिखाती है जातक कथाएं: अय्यर
कला आंगन संयोजक हेमंत जोशी ने बताया कि कला चर्चा सत्र में राजस्थान विद्यापीठ के सेवानिवृत्त प्राध्यापक व चित्रकार श्रीनिवासन अय्यर से सुनील लड्ढा ने बातचीत की। इस दौरान अय्यर ने जातक कहानियों, पंचतंत्र इत्यादि से लेकर प्रकृति के विविध तत्वों से मिलने वाले संदेशों को उजागर किया और कला के विविध आयामों का परिचय दिया। उन्होंने कलाकार के मन में बादल की आकृति से लेकर उठने वाली भांति-भांति की कल्पनाओं और इसे मूर्त रूप देने पर होने वाली सर्जना के बारे में बताते हुए कला के आमजन को मिलने वाले लाभों के बारे में बताया। इसी प्रकार राहुल माली से पिंडवाड़ा (सिरोही) के कलाकार महेश कुमावत ने देशभर के चुनिंदा 12 कलाकारों में से प्रयागराज केंप के लिए उनके चयन और अपनी कलायात्रा पर जानकारी दी वहीं राउंड टेबल के मोहित अग्रवाल, मोहित सिंघवी और मनन ने बच्चों को प्रोत्साहित किया। अहमदाबाद की आर्टिस्ट फेनिल पटेल ने कला के क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका पर विचार व्यक्त किए।
फिल्म निर्देशक कुणाल की कहानी ने किया प्रोत्साहित
कला आंगन के द्वितीय सत्र में तैराकी फिल्म से चर्चा में आए उभरते बॉलीवुड फिल्म निर्देशक कुणाल मेहता ने विद्यार्थियों के समक्ष अपनी कहानी बया की तो विद्यार्थी एकटक सुनते ही रहे। सरकारी विद्यालय में पढ़ेकृलिखे मेहता ने थियेटर के बाद शॉर्ट फिल्मों में बतौर एक्टर काम करते हुए फिल्म की पटकथा लेखन के साथ जब फीचर फिल्म निर्माण के क्षेत्र में करियर बनाने के वाकये को सुनाया तो मौजूद अतिथियों और कलाकारों ने करतल ध्वनि से उनके जज्बे की सराहना की।
वुड कार्विंग में रमे, राजस्थानी गीतों पर झूमे संभागी
कला आंगन के संगीत सत्र में विदित मेघवाल ने गिटार पर राजस्थानी गीतों और घूमर के साथ-साथ अरिजीत सिंह के गीतों की प्रस्तुति दी तो संभागी कलाकारों, विद्यार्थियों के साथ-साथ अतिथि भी झूम उठे। इसी प्रकार प्रतीक मिस्त्री के निर्देशन में आयोजित सत्र में विद्यार्थियों ने वुड कार्विंग पर अपना हाथ आजमाया। इसी तरह कुछ विद्यार्थियों ने पेंटिंग, स्केचिंग व स्क्रैप के स्कल्पचर बनाने की विधा भी सीखी।
इस अवसर पर महेश कुमावत, संदीप राठौड़, कमल जोशी, हेमंत मेहता, कुणाल मेहता, विनय दवे, नीलोफर मुनीर, अर्बन स्केचर्स से राहुल माली व कमलेश डांगी आदि मौजूद रहे।

Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।