उदयपुर (Udaipur)-जिला कलक्टर नमित मेहता के निर्देश पर बुधवार को कलेक्ट्रेट के मिनी सभागार में जिले की ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन को लेकर प्राप्त प्रस्तावों पर चर्चा की गई। राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले में ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन की प्रक्रिया 20 जनवरी से प्रारंभ हो चुकी है। 18 फरवरी तक नई ग्राम पंचायतों व पंचायत समितियों के प्रस्ताव तैयार करने की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है।
अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) दीपेंद्र सिंह राठौड़ ने एक-एक कर सभी उपखण्ड अधिकारियों से ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन के प्रस्तावों पर चर्चा करते हुए कहा कि पुनर्गठन के दौरान निर्धारित मापदण्डों का पूर्ण पालन हो और जनभावना को भी ध्यान में रखा जाए। 2011 की जनगणना के आंकड़ों के आधार पर ग्राम पंचायतों और पंचायत समितियों के पुनर्गठन, पुनर्सीमांकन और नवसृजन के मापदण्ड तय किए गए हैं। 21 मार्च तक तैयार प्रस्तावों को प्रकाशित कर आपत्त्यिं आमंत्रित की जाएगी। बैठक में प्राप्त प्रस्तावों और परिवेदनाओं पर भी संबधित उपखण्ड अधिकारी से चर्चा की गई। इस दौरान किस पंचायत समिति में कितनी ग्राम पंचायतें टीएसपी या नॉन टीएसपी में आती हैं, ग्राम पंचायत वार जनसंख्या, स्थानीय जन भावना सहित अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई। बैठक में गिर्वा एसडीएम सोनिका कुमारी, प्रशिक्षु आईएस अधिकारी माधव भारद्वाज, शुभम अशोक, मावली एसडीएम रमेश सीरवी, झाड़ोल एसडीएम कपिल कोठारी, गोगुंदा एसडीएम नरेश सोनी, बड़गांव एसडीएम निर्मला विश्नोई सहित सभी उपखण्ड अधिकारी उपस्थित थे।
Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।