सायरा (Udaipur)- एक तरफ सरकार पेड़ लगाओ जीवन बचाओ का नारा दे रही है। वहीं दूसरी ओर क्षेत्र के एक विद्यालय परिसर में लगे हरे पेड़ काटने पर ग्रामीणों ने आक्रोश जताया। ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय परिसर में लगे वृक्ष काफी समय से लगे हुए थे और बिना अनुमति से वृक्षों को काटना गलत है।
बता दें कि नान्देशमा ग्राम पंचायत के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर में लगे नीलगिरी के पेड़ काटने से आक्रोशित ग्रामीणों ने विद्यालय के प्रधानाचार्य पर मनमानी और बिना अनुमति से वृक्षों को काटने की लापरवाही बताई। कांग्रेस पार्टी के युवा नेता पंडित हितेश पालीवाल ने बताया गुरुवार को स्थानीय विद्यालय परिसर में लगे निलगिरी के चार वृक्षों को काटा गया जिसकी ना सरकार की तरफ से कोई आदेश था और ना ही नीलामी सूचना थी। उन्होंने कहा कि इस तरह की लापरवाही से ग्रामीणों में आक्रोश है और प्रशासन से अनुरोध है सरकार के नियम अनुसार इस तरह की लापरवाही बरतने वालों दोषियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएं। इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों सहित हितेश माली , नारायण सुथार ,योगेश सुथार ,बाबूलाल ,अंबा सिंह , हमीर सिंह, अर्जुन ,हेमंत, करन ,जीवन कैलाश, जमनालाल मौजूद रहे।
इनका कहना
एक तरफ से पेड़ों से नुकसान होने की संभावना थी क्योंकि पेड़ों की आयु के अनुसार झुक हुए थे और कोई खतरा घट नहीं जाए । इस वजह से निलगिरी के पांच पेड़ कटवाएं थे। हालांकि इसकी हमें भी सरकार से कोई अनुमति नहीं दी गई थी। लेकिन भविष्य में कोई घटना नहीं हो इसी वजह से पेड़ों को काटना पड़ा।
पवन रेखा( प्रधानाचार्य) ,राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नान्देशमा
Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।