उदयपुर (Udaipur) – जिला पर्यावरण समिति की बैठक मंगलवार शाम को जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट मिनी सभागार में हुई।
बैठक में शहर एवं जिले में पर्यावरण संरक्षण संबंधी बिन्दुओं पर चर्चा की गई। जिला कलक्टर ने पर्यावरण संरक्षण के लिए साझा प्रयासों पर जोर दिया। उन्होंने शहर में ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने तथा झीलों को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए कारगर कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने ध्वनि प्रदूषण के संबंध में गत बैठक में दिए निर्देशों की अनुपालना की स्थिति जानी। झीलों में सीवरेज का पानी नहीं मिले इस हेतु प्रभावी कार्रवाई करने के लिए पाबंद किया। जिला कलक्टर ने मेनार में प्रवासी पक्षियों तथा वेटलैंड संरक्षण हेतु स्थानीय स्तर पर समिति गठित करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने कहा कि प्लास्टिक थैलियों के अब भी शहर में ढेर दिखाई देते हैं ये नहीं होना चाहिए। अब तक वसूले जुर्माने का विवरण जाना तथा इसे बढ़ाने (ज्यादा से ज्यादा कार्रवाई) की कार्रवाई करने को कहा।
जिला कलक्टर ने शहर में पॉलीथिन कैगी बैग्स के उपयोग तथा उनके यत्र-तत्र ढेर नजर आने पर चिन्ता व्यक्त करते हुए नगर निगम को आगामी 10-15 दिन पॉलीथिन कैरी बैग्स के खिलाफ विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। साथ ही झीलों की साफ सफाई पर विशेष फोकस करने, मार्बल स्लरी की रोकथाम हेतु संबंधित इंडस्ट्री मालिकों को फिल्टर प्लेस लगाने के निर्देश जारी करने, स्क्रैप डीलर्स द्वारा वेस्ट मटेरियल के निस्तारण के लिए आग लगाने की घटनाओं की रोकथाम के लिए निगम अधिकारियों को कार्रवाई करने, 15 वर्ष से पुराने वाहनों पर परिवहन विभाग द्वारा कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए। जिला कलक्टर श्री पोसवाल ने शहर में नो व्हीकल जॉन के लिए कमेटी बनाकर विस्तृत कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में नगर निगम आयुक्त रामप्रकाश, उप वन संरक्षक अजय चित्तौड़ा, प्रशिक्षु आईएएस माधव भारद्वाज सहित पर्यावरण समिति से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।