Desk update – जैसे-जैसे साल 2024 अपने अंत की ओर बढ़ रहा था उसी के साथ-साथ दिन का सूरज भी ढल गया। ये सूर्यास्त इस बात का गवाह हैं कि अब यह लम्हा कभी दोबारा लौटकर नहीं आएगा। साथ ही साल के आखिरी दिन का सूरज ऐ बता गया की मेरे अस्त के बाद एक नई किरण अपनी नई कहानी के साथ उदय होंगी। अस्थ होते सूरज ऐ बताता है कि यहां कोई भी स्थाई नहीं है। इस पृथ्वी पर आने वाली हर चीज का एक ना एक दिन अंत जरूर होता है। जैसे एक नई किरण के साथ दीवार पर टिका कलेंडर भी अपने काम को पूरा करके एक नई तारीख का नये साल को टिकने की जगह देगा।
Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।