सायरा (Udaipur) – थाना क्षेत्र से मंगलवार को एक घटना के बाद आस-पास के गांवों में सनसनी फ़ैल गई। यहां आठ हमलावरों ने एक परिवार के साथ रात को दो बजे मारपीट की जिसमें पिता की छं दिन बाद मौत हो गई। हमला करने आए लोग मृतक के बेटे के पास 10 हजार रुपए मांगते थे। मामले की कारवाई को लेकर थाना प्रभारी प्रवीण सिंह जुगावत का कहना हैं कि मामले में नामजद रिपोर्ट दर्ज कर दी गई है और हमलावरों की तलाश जारी हैं। मृतक चेनाराम
परिजनों ने कानून कारवाई को लेकर किया मामला दर्ज
सायरा थाना क्षेत्र के मोगियो का थाना (ग्राम पंचायत रोयडा) निवासी सवाराम मोगिया ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि मेरे भाई चुनाराम से पीपली आचार्यान (केशवनगगर) निवासी मांगीलाल पिता वेणीराम 10 हजार रुपए मांगता था जिसको लेने के लिए 11 दिसंबर को रात के करीब 2 बजे मेरे घर आया था। इस समय पूरा परिवार सो रहा था और मांगीलाल ने आते ही पैसे मांगने की बात पर मारपीट शुरू कर दी। मांगीलाल अपने आठ साथियों के साथ आया था और अचानक हमला कर दिया हमलावरों ने घर के बहार लगी खिड़की की जाली को तोड़कर भाई को बहार निकाल कर बेरहमी से मारपीट कर दी। मारपीट में भाई के सीर पर गहरी चोटें आई जिसको लेकर इलाज चल रहा था और मंगलवार को चुनाराम की मौत हो गई। बता दें कि हमलावरों ने शराब पी रखी थी और बीच-बचाव करवाने आईं एक महिला के साथ बदतमीजी करते हुए और पैसे नहीं देने पर भागा कर ले जाने की धमकी दी इस डर से परिवार वालों ने मांगीलाल को ब्याज सहित 80 हजार रुपए दिए थे जिसको लेकर बिना हिसाब किए मौके से भाग गया था ।
मृतक के बेटे के साथ था हमलावर का लेन-देन
बता दें कि मृतक चुनाराम के बेटे देवाराम ने मांगीलाल से कुछ समय पहले 10 हजार रुपए लिए थे और मांगीलाल दस हजार रुपए लेने के लिए अपने साथ आठ साथियों को लेकर देवाराम के घर रात को 2 बजे आया था और मारपीट करने के बाद ब्याज सहित 80 हजार रुपए लेकर मौके से भाग गया।
खिड़की की जाली तोड़कर अंदर घुसे थे हमलावर
मृतक के बेटे ने बताया कि मारपीट करने के दौरान हमलावरों ने खिड़की पर लगी जाली तोड़कर मुझे बहार निकाला तो मेरे काका और काकी बचाने आए थे उस समय काका के साथ मारपीट करते हुए काकी के कपड़े उतार दिए और काकी को भी बड़ी बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया था।
मृतक ने दो बार की थी शादी
बता दें कि मृतक चुनाराम ने दो बार शादी की थी और 20 साल पहले पहली पत्नी की मृत्यु हो गई थी जिनके तीन लड़के और तीन लड़कियां हैं जिनकी शादियां कर चुके थे। पहली पत्नी की मृत्यु के बाद दुसरी शादी की थी जिसके वर्तमान समय में दो लड़कें और तीन लड़कियां हैं। जिनमें चार बच्चों की उम्र महज 10 से 12 वर्ष है और एक बच्चा चार माह का है।
मूर्ति बनाने का काम करता था मृतक
मृतक चेनाराम के एक बेटे ने बताया कि पापा मुर्तियां बनाने का काम करते थे और मुर्तियां बेचकर जो आमदनी होती थी जिससे परिवार का भरण पोषण होता था । अब परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो गया है।
Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।