News Desk/ हाल ही में पहलवान विनेश फोगट ने दावा किया कि पेरिस ओलंपिक से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद भारत सरकार ने जानबूझकर उनका साथ नहीं दिया। उन्होंने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा पर भी आरोप लगाया कि वे केवल तस्वीरें लेने के लिए उनसे मिलने आई थीं। हालांकि, इन दावों का अब भारत के पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे ने खंडन किया है। कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (सीएएस) में विनेश का केस लड़ने वाले साल्वे ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में कहा कि इस मामले में भारत सरकार की कोई भूमिका नहीं है। साल्वे के अनुसार, आईओए सरकार से स्वतंत्र रह कर काम करता है और सरकार के किसी भी हस्तक्षेप से संघ को निलंबित किया जा सकता है।
क्या विनेश ने झूठ बोला?
पेरिस ओलंपिक के फाइनल में अयोग्य घोषित किए जाने के बाद, विनेश फोगट के मामले को आईओए ने CAS में चैलेंज किया था। CAS ने इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी के फैसले को सही ठहराते हुए विनेश के खिलाफ फैसला दिया था। साल्वे ने खुलासा किया कि आईओए ने स्विस अदालतों में फैसले को चुनौती देने की योजना बनाई थी, लेकिन खुद विनेश ने इससे इनकार कर दिया।
इस खुलासे ने विवाद को जन्म दिया है, कुछ लोगों ने विनेश पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है। पेरिस ओलंपिक में विनेश ने तब सुर्खियां बटोरी थीं, जब उन्होंने महिलाओं की 50 किलोग्राम वर्ग की पहली राउंड में जापान की विश्व की नंबर एक पहलवान युई सुसाकी को हराया था। इसके बाद उन्होंने क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल में क्यूबा की गुजमैन लोपेज को हराकर फाइनल में जगह बनाई और ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनीं। हालांकि, फाइनल से ठीक पहले उनका वजन 100 ग्राम अधिक पाए जाने के बाद उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया।
महावीर फोगट ने जताई निराशा
विनेश के चाचा और बचपन के कोच महावीर फोगट ने उनके राजनीति में आने के फैसले पर नाराजगी जताई। मीडिया को दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि उन्हें चुनाव लड़ने के लिए 2028 ओलंपिक के बाद तक इंतजार करना चाहिए था और उनका ध्यान भारत के लिए गोल्ड मैडल जीतने पर होना चाहिए था। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव लड़ने के उनके फैसले ने कई प्रशंसकों को परेशान कर दिया है।
5 अक्टूबर को हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में विनेश फोगट हाल ही में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुई हैं और उन्हें जुलाना निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने का टिकट दिया गया है।
राजनीतिक चर्चा के बीच, विनेश ने आईओए और भारतीय सरकार पर उनकी ज़रूरत के समय मदद न करने का आरोप लगाकर विवाद खड़ा कर दिया। एक साक्षात्कार में, उन्होंने दावा किया कि जब वह बीमार थीं, तो पीटी उषा उनसे मिलने पेरिस गईं, उनकी अनुमति के बिना तस्वीरें लीं और उन्हें सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया, जिससे बहस और बढ़ गई।
Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।