सायरा (Udaipur) – रविवार शाम को कड़ेच ग्राम पंचायत के उपला साकरिया निवासी महेंद्र, पिंटाराम और जितेन्द्र पुत्र मनाराम गरासिया बाइक से नाले की पुलिया पार करते समय तेज बहाव में बह गए। इस हादसे में महेंद्र गरासिया (30 वर्ष) की मौत हो गई, वहीं पिंटाराम व जितेंद्र ने बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाई।
जानकारी के अनुसार तीनों भाई रविवार शाम को उपला साकरिया से मजदूरी करने के लिए मारवाड़ की ओर जा रहे थे। इस दौरान पाली जिले के बाली उपखंड क्षेत्र के नाणा थाना क्षेत्र में महुड़ी पानी के समीप नाले की पुलिया पर बारिश का पानी बह रहा था। महेंद्र ने तेज बहाव से बाइक को निकालना चाहा लेकिन बाइक नीचे गिर गई। पिंटाराम व जितेंद्र गरासिया भी नीचे गिर गए। महेंद्र ने बाइक को बचाने के लिए उसके हेंडल को पकड़े रखा, मगर बाइक को बहने से नहीं रोक सका और बाइक के साथ वह भी बह गया।
पिंटाराम ने बताया कि वो जितेंद्र के साथ नाले में बह गया, करीब 200 मीटर दूर नाले के किनारे पर उगे पेड़ों की टहनियों व झाड़ियों को पकड़कर दोनों बाहर निकले और महेंद्र की तलाश की लेकिन देर शाम तक महेंद्र कहीं नहीं मिला, वहीं रात हो जाने के कारण दोनों पैदल वापस घर आ गए और परिजनों को हादसे के बारे में बताया।
सोमवार सुबह नाले में पानी कम हो गया तब पुलिया से करीब एक किलोमीटर दूर बाइक मिली जो तेज बहाव में बहकर बूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी, वहीं करीब 4 किलोमीटर दूर नाले में गिरे हुए एक खजूर के पेड़ के तने पर महेंद्र का शव लिपटा हुआ मिला। सूचना मिलने पर सैकड़ों ग्रामीण मौके पर पहुंचे वहीं सूचना मिलने पर नाणा थानाधिकारी रतन सिंह देवड़ा मय जाप्ते के मौके पर पहुंचे। परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर मृग दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करवाया। जानकारी के अनुसार महेंद्र गरासिया जेसीबी ऑपरेटर था। उसके एक बच्ची और एक बच्चा है।
Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।