सायरा ( Gogunda) / क्षेत्र में विगत शुक्रवार से शुरू हुई बारिश ने रविवार शाम तक जारी रही। तीन दिनों से लगातार बारिश से जलाशयों में पानी कि भरपूर आवक हुई। इस दौरान क्षेत्र के स्कूलों में छत से पानी टपकने के मामले भी सामने आए । आपको बता दें कि पिछले साल जून महीने में आए भयावह विप्र जॉन तूफान से नदी नाले उफान पर हो गये थे । लेकिन इस साल पिछले साल के मुकाबले इस बार अगस्त माह में पहली बार पानी की आवक बढ़ने से जलाशयों में पानी छलका ।
बोरमचा (तिरोल) से बनास नदी उफान पर सड़क पर पानी वाहनों का आवागमन बंद
जिससे सई बांध की तरफ जाने वाले नदी नाले की आवक तेज हुई। इस पानी की आवक विसमा,पदराडा ,सामल क्षेत्र के एक तरफ का पानी जरगा बनास नदी में मिलता है और दुसरी तरफ बरावली , पला, और रूणेजी मगरी के चारों तरफ (ढकणी ) का पानी शुरू होकर सामल ,पुनावली से टेगडा नदी नाले से मालवा का चोरा, देवला के निचे जाकर बड़ी नदी में मिलता है।
नागार आम्बा तालाब (पदराडा) हुआ लबालब
वहीं रूणेजी से पला मेरका खेत,रावछ ,शिवरिया ,मोझरा , सिरवल के नालें का पानी दोनों नदियों में मिलते हुए सई बांध में एकत्रित होता है। शनिवार और रविवार को सायरा क्षेत्र के कई जगहों पर मार्ग से पानी बहता दिखा क्योंकि क्षेत्र में शनिवार को रूक रूक कर करीबन चार घंटों तो रविवार को भी दिनभर मूसलाधार बारिश जारी रहीं।
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय पला मे जर्जर स्कूल भवन से टपकता पानी
Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।