गोगुंदा (Gogunda)/ उपखंड क्षेत्र में बारिश का सत्र शुरू होने के साथ किसानों ने अपने खेतों में खरीफ़ फसलों कि बुवाई कर ली है। वर्तमान में किसानों कड़ी धूप में भी फसलों कि देखरेख में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं, फिर भी किसानों को अपने फसलों का नष्ट होने का डर हमेशा सताए रखता है। ऐसे में वर्तमान समय में खरीफ़ कि फ़सल में किसानों ने मक्के कि फ़सल बुवाई कि गई है लेकिन इसमें फॉल आर्मी वर्म नामक किटनाशक कीड़े फ़सल को नष्ट कर रहे हैं। बात कि जाए उपखंड क्षेत्र कि तो क्षेत्र के कहीं गांवों कि फसलों में ऐ कीड़े लग चुके हैं।
आपकों बता दें कि ऐ भारत में पहली बार फॉल आर्मी वर्म को 2018 में कर्नाटक में मक्का की फसल में देखा गया था । इसके बाद यह देश के कई राज्यों में तेजी से फैलने लगा. मक्का की फसल में फॉल आर्मी वर्म एक बहुत ही विनाशकारी कीट है जो फसल पर एक समूह के रूप में आक्रमण करता है और फसल में गंभीर नुकसान करने की क्षमता रखता है। मक्का बुआई के बाद जमीन से निकले इन पौधों पर अब खतरा मंडराने लगा है. तितलियों का लार्वा फॉल आर्मी वर्म मक्का के पौधों को चट करने लगा हैं. अब हालात यह हो रहे हैं कि किसानों को महंगे भाव की दवाइयों का छिड़काव मक्का की फसल पर करना पड़ रहा हैं।
Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।