उदयपुर (Udaipur)। आपदा प्रबंधन को लेकर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सिविल डिफेन्स सहित अन्य एजेंसियों की तैयारियों को परखने के लिए 6 बटालियन एनडीआरएफ के कमांडेंट प्रसन्न कुमार तथा जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल के निर्देशन में संयुक्त पूर्वाभ्यास गुरुवार को फतहसागर की पाल स्थित नीमच माता रोप-वे पर हुआ। इसमें रोप-वे में फसे लोगों को रेस्क्यू करने का जीवंत प्रदर्शन किया गया।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल, राज्य आपदा प्रबंधन बल, सिविल डिफेन्स तथा अग्निशमन टीमें गुरुवार सुबह नीमच माता रोप-वे पर पहुंची। एनडीआरएफ राजस्थान प्रभारी योगेश कुमार मीणा के नेतृत्व में जवानों ने पूर्वाभ्यास प्रारंभ किया। दामोदर रोप-वे एण्ड इंफ्रा लिमिटेड के मैनेजर कपिल ध्यानी के नेतृत्व में रोप-वे की रेस्क्यू टीम भी मॉक ड्रिल में शामिल हुई। पूर्वाभ्यास के दौरान पर्यटकों से भरी रोप-वे ट्रोली के तकनीकी कारणों से बीच में अटकने तथा इससे पर्यटकों की जान खतरे में पड़ने का दृश्य तैयार किया। रेस्क्यू टीम के जवान का नीमच माता मंदिर छोर से चैन-कुम्पी की मदद से स्लाइड करते हुए ट्रोली तक पहुंचना, ट्रोली के अंदर पहुंच कर फसे पर्यटकों को सांत्वना देते हुए हिम्मत बंधाना, नीचे मौजूद जवानों की मदद से पर्यटकों को एक-एक कर सुरक्षित नीचे उतारना, घबराहट के चलते पर्यटकों को हुई स्वास्थ्य समस्याओं पर त्वरित प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराना जैसी सभी गतिविधियों का जीवन्त प्रदर्शन किया। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान आपसी समन्वय, आवश्यक सावधानियां, जरूरी उपकरण आदि के बारे में जानकारी दी गई।
पूर्वाभ्यास के दौरान एनडीआरएफ के निरीक्षक कृष्ण कुमार, विजय सिंह मीणा, एसडीआरएफ प्लाटून कमाण्डर भगवानसिंह, हेड कांस्टेबल रोशनलाल माली, अग्निशमन अधिकारी शिवराम मीणा, सिविल डिफेन्स टीम लीडर कैलाश मेनारिया सहित जवान उपस्थित रहे।
Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।