कोटा (Kota) – शाइन इंडिया फाउंडेशन (Shine India Foundation) का नेत्रदान जागरुकता अभियान अब परिवारों में परंपरा के रूप में मनाया जाने लगा है और यह सत्य भी है कि जब घर के बड़े कोई नेक रास्ता दिखाते हैं तो बच्चे भी उसे रास्ते पर चलते चलने लगते हैं। इस बात की मिसाल कोटा के गुलाब बाड़ी स्थित परिवार में देखने को मिली, जहां एक ही परिवार के तीन भाई स्व. संपत लाल, स्व. सुंदर लाल, स्व. रूपचंद और उनकी बहन स्व. सुशीला के नेत्रदान के बाद अब इसी हीरावत परिवार की बहू मंजू देवी का भी नैत्रदान शाइन इंडीया फाउंडेशन के सहयोग से संपन्न हुआ।
कल रविवार को दोपहर में गुलाब बाड़ी निवासी महावीर और मनीष हीरावत की मां मंजू देवी हीरावत का आकस्मिक निधन हो गया। उनके निधन की सूचना व्हाट्सएप ग्रुप में वायरल होने पर शाइन इंडिया फाउंडेशन के ज्योति मित्र सौरभ जैन ने डॉ. कुलवंत गौड़ से संपर्क किया और टेक्नीशियन के माध्यम से नेत्रदान का कार्य संपन्न हुआ।
बेटे महावीर व मनीष ने बताया कि हमारे परिवार में नेत्रदान एक परंपरा बन गया है। परिवार में दुःखद घटना के बाद भी जब नेत्रदान का कार्य संपन्न होता है, तो मन में संतोष रहता है कि हमारे दिवंगत परिजन किसी की आँख में रोशनी बनकर जीवित है, नैत्रदान परिवार के दुखों को भी कम करता है।
मंजू देवी के नेत्रदान की प्रक्रिया के दौरान परिवार के कई सदस्य मौजूद रहे, इस दौरान लोगों ने शोकाकुल परिवार द्वारा किए गए नेत्रदान के कार्य की सराहना की।