उदयपुर। लाल बहादुर शास्त्री व्यायामशाला द्वारा महाराणा प्रताप जयंती पर आयोजित हो रहे सात दिवसीय कार्यक्रमों की श्रृंखला में शहर के दूध तलाई पर उस्ताद रामसिंह भाटी के अखाड़े पर विशाल अखाड़ा प्रदर्शन, एवं महाआरती का आयोजन किया गया।व्यायामशाला संयोजक राजेन्द्र सिंह भाटी ने बताया कि इस अवसर पर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि कश्ती फाउंडेशन प्रमुख श्रद्धा मुर्डिया और समाजसेविका नित्या सिंघल थी। इस मौके पर अपने संबोधन में मुर्डिया ने कहा कि चिरंतन भारतीय संस्कृति में अखाड़ा परंपरा को शहर की व्यायामशालाओं द्वारा जीवंत रखा गया है जो सराहनीय है। उन्होंने इस मौके पर बालिकाओं द्वारा तलवार एवं शस्त्र प्रदर्शन की सराहना की और महिला सशक्तिकरण की दिशा में श्रेष्ठ प्रयास बताया। उन्होंने वर्तमान प्रसंगों में आत्मरक्षा की दृष्टि से इस प्रकार से शस्त्र संचालन का प्रशिक्षण हर बालिका को दिया जाना चाहिए।
अपने संबोधन में समाजसेविका नित्या सिंघल ने महाराणा प्रताप के व्यक्तित्व और उनके शौर्य—स्वाभिमान की समूचे विश्व में प्रशंसा होने की बात कही और उनसे प्रेरणा लेने का आह्वान किया। उन्होंने व्यायामशालाओं को सशक्त बनाने की दृष्टि से आमजनों और प्रबुद्धजनों को आगे आने का आह्वान किया। आरंभ में आयोजकों की तरफ से डॉ. चित्रसेन व डॉ.अनिंदिता ने अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। इस दौरान अतिथियों ने वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की तस्वीर पर माल्यार्पण किया और आरती उतारी। अपने संबोधन में क्षत्रिय महासभा चंद्रवीर सिंह करेलिया व कमलेंद्र सिंह पंवार ने 9 जून को आयोजित विशाल शोभा यात्रा में भाग लेने का आह्वान किया। समारोह में क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष चंद्रवीर सिंह, कमलेंद्र सिंह, वात्सल्य समिति के अध्यक्ष प्रकाश अग्रवाल, शिवलाल पार्षद देवेंद्र झवलिया ,ओम तोषनीवाल, राजेश चौहान, देवेन्द्र जावलिया , राजेश माहेश्वरी, कैलाश वर्मा, गोपाल सिंह, जगदीश शर्मा, प्रकाश अग्रवाल,हेमंत जोशी, शिव सिंह, सत्यनारायण जोशी, सपना देवड़ा, प्रेम शंकर कुमावत, लीला शर्मा, जेसिका सेन, श्याम बाबा, ललित चौहान, आनंद माहेश्वरी, राम सिंह देवड़ा,वात्सल्य समिति की संगीता माली सहित बड़ी संख्या में शहरवासी मौजूद थे।
अखाड़ा प्रदर्शन और महाआरती में उमड़ा उत्साह
सात दिवसीय समारोह का मुख्य आकर्षण लाल बहादुर राष्ट्रीय व्यायामशाला पर अखाड़ा प्रदर्शन और महाआरती रही। समारोह में व्यायामशाला में पहलवानों ने अखाड़ा प्रदर्शन किया, जिसमें चक्र, लाठी, तलवार, मुद्गर आदि का प्रदर्शन कर मौजूद अतिथियों के साथ शहरवासियों का मन मोह लिया। सर्वाधिक आकर्षण का केन्द्र बालिकाओं द्वारा शस्त्र प्रदर्शन और डॉ. चित्रसेन द्वारा लठ संचालन रहा। इससे पूर्व अतिथियों द्वारा व्यायामशाला परिसर में मौजूद नवदुर्गा मंदिर में देवी प्रतिमा की पूजा—अर्चना कि गई।
Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।