उदयपुर। विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर एक पहल के तहत ग्लोबल वार्मिंग की वैश्विक समस्या से निबटने और पर्यावरण को हरा-भरा बनाने की दृष्टि से ऑर्गेनिक खेती व उत्पादों को समर्पित स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण मदद काशी फाउंडेशन द्वारा 50 हजार सीड्स बॉल्स का बुधवार को निशुल्क वितरण किया गया। इस कार्य में उदयपुरवासियों ने बड़ा उत्साह दर्शाया और पर्यावरण को हरा—भरा रखने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई।
ग्लोबल वार्मिंग को दूर करने पौधरोपण जरूरी : शर्मा
सीड बॉल्स वितरण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एडीजे और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव कुलदीप शर्मा ने फाउंडेशन कार्यालय में पहुंचे सैकड़ों लोगों को इन सीड बॉल्स का वितरण किया और इसके माध्यम से पनपने वाले पौधों को संरक्षित करने का आह्वान किया। इस मौके पर अपने संबोधन में शर्मा ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण पिछले कुछ सालो में मौसम में काफी बदलाव आया है।गर्मी काफी बड़ गयी है जिसका सबसे बड़ा कारण लगातार पेड़ों की कटाई और वन क्षेत्रों में मानवीय गतिविधियां हैं। उन्होंने कहा कि इन गतिविधियों से जंगल के कई जानवरों के अस्तित्व पर संकट आ रहा है, वन क्षेत्रों में मानवीय दखल से वन्यजीव शहरों की ओर आना शुरू हो गए है। इन स्थितियों से बचने के लिए लगातार पौधरोपण को बढ़ावा देना होगा और सीड बॉल्स वितरण जैसे मुहीम का हिस्सा बनना होगा।
नि:शुल्क सीड बॉल्स वितरण में दिखा अपूर्व उत्साह
नि:शुल्क सीड बॉल्स वितरण कार्यक्रम को देखते हुए बड़ी संख्या में शहरवासी भी काशी फाउंडेशन कार्यालय पहुंचे और सीड बॉल्स प्राप्त की। मुख्य अतिथि ने इस कार्यक्रम में कृषि विभाग, खनिज एवं खान विभाग को भी दो—दो हज़ार सीड्स बॉल्स वितरित किए गए। इसके साथ ही नीमज माता को संरक्षित करने वाले उदयपुर के रहवासियों को भी 200 सीड बॉल्स तथा युवाओं, काश्तकारों, बुजुर्गों आदि को भी उनकी मांग अनुसार सीड बॉल्स का वितरण किया गया।
अगले दो माह जारी रहेगा सीड बॉल्स का नि:शुल्क वितरण
कार्यक्रम दौरान ग्रामीण मदद काशी फाउंडेशन के संस्थापक संदीप पाटीदार ने बताया कि इस सीड बॉल्स वितरण कार्यक्रम में उम्मीद से ज्यादा सफलता मिली। इसी को देखते हुए अगले दो महीने इस अभियान को जारी रखा जाएगा और 50 हजार सीड बॉल्स का वितरण किया जाएगा। फाउंडेशन निदेशक सरोज पटेल ने बताया कि पर्यावरण की परवरिश अपने बच्चों की तरह की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि फाउंडेशन द्वारा आने वाले कुछ समय में किसानों को भी अपनी बाउंड्री पर लगाने के लिए बीजों का वितरण किया जाएगा। आरंभ में संस्था के डॉ.दिग्विजयसिंह ने सीड बॉल्स को जमीन पर डालने और इनके पनपने के बाद देखभाल के बारे में जानकारी दी। उन्होंने सीड्स की गुणवत्ता के बारे में बताते हुए कहा कि इन सीड बॉल्स में अमलतास, सीताफल, इमली, सिरस, मोरिंगा, जंगल जलेबी एवं अन्य वनस्पति बीजों का इस्तेमाल किया गया है और जितने सीड बॉल्स संस्था ने बनाये है उनको केवल वर्षा के पानी की आवश्यकता होती है।इस मौके पर अमित मेनारिया, हिम्मत सिंह, महेन्द्र, मंजू खटीक सहित बड़ी संख्या में शहरवासी मौजूद रहे।
Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।