उदयपुर। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा एवं मुख्य सचिव सुधांश पंत की ओर से सभी जिला प्रभारी सचिवों को दिए गए अपने-अपने जिलों के दौरे के निर्देश के क्रम में बुधवार को जिला प्रभारी आनंदी गोगुंदा क्षेत्र पहुंची। इस दौरान जिला परिषद सीईओ कीर्ति राठौड़ भी उनके साथ थी। यहां उन्होने बिजली, पानी और चिकित्सा सुविधाओं की धरातल पर हकीकत का जायजा लिया और स्थानीय नागरिकों से फीडबैक लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
उदयपुर दौरें के दूसरे दिन जिला प्रभारी सचिव थूर गांव पहुंची। यहां पर जल जीवन मिशन के तहत चल रहे टंकी निर्माण कार्य का अवलोकन किया। कार्य की गति में अपेक्षित तेजी लाते हुए समय पर टंकी निर्माण करने के निर्देश दिए। उक्त कार्य जुलाई-2024 में पूर्ण किया जाना है, लेकिन संवेदक को कार्यविधि की समुचित जानकारी नहीं थी। वर्तमान में जलाशय का कार्य प्रगतिरत होना पाया गया। मौके पर कार्यस्थल पर सहायक अभियंता के पास माप पुस्तिका भी नहीं पाई गई। सहायक अभियंता ने अभी तक इस कार्य का कोई बिल नहीं बनाने एवं माप पुस्तिका कार्यालय में होना बताया। सहायक अभियंता ने बताया कि वर्तमान में लगभग 50 प्रतिशत कार्य हुआ है, माह जुलाई तक कार्य पूर्ण करा लिया जाएगा तथा कार्य की धीमी गति को लेकर संवेदक को नोटिस जारी किया गया है। प्रभारी सचिव ने कार्य की धीमी गति एवं मौके पर माप पुस्तिका नहीं पाये जाने पर असंतोष व्यक्त करते हुए कार्य की गुणवत्ता तकनीकी मापदण्ड अनुसार रखने, कार्य की गति बढाने तथा नियत समयावधि में कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
लू-ताप से बचाव के लिए पर्याप्त व्यवस्था रखने के निर्देश
गोगुंदा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के निरीक्षण के दौरान प्रभारी सचिव ने लू-ताप से प्रभावितों के लिए बनाए विशेष वार्ड का अवलोकन किया। उन्होने प्रभावित व्यक्ति को तुरंत चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध करवाने एवं बचाव हेतु जारी गाइडलाइन की जानकारी फील्ड वर्कर्स के माध्यम से आमजन तक पहुंचाने के निर्देश दिए। अस्पताल में दवाओं का स्टॉक, लेबर रूम, नर्सिंग स्टाफ का ड्यूटी रोस्टर, लेबर रूम, साफ-सफाई आदि का निरीक्षण किया। स्वच्छता पर विशेष ध्यान देते हुए अस्पताल में सफाई व्यवस्था सुचारू रखने और दवाइयों का समुचित स्टॉक रखने को कहा। प्रभारी सचिव ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में समुचित सफाई व्यवस्था नहीं होने एवं स्टोर रूम में उपलब्ध दवाईयों का रिकॉर्ड व्यवस्थित नहीं होने पर नाराजगी जाहिर की। सामुदायिक केन्द्र के रोस्टर की जांच करने पर बुधवार का रोस्टर नहीं पाया गया। बीसीएमओ ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर स्थापित ऑक्सीजन प्लांट के लम्बे समय से बंद होना बताया। उपस्थिति पंजिका के निरीक्षण में देव प्रकाश कुम्हार को जयपुर हेतु बीसीएमओ द्वारा कार्यमुक्त करना बताया गया किन्तु वक्त निरीक्षण कार्मिक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर उपस्थित पाया। कार्मिक से पूछने पर उसने रिश्तेदार को दिखाने के लिये सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर आना बताया, लेकिन जयपुर में किसी प्रकार अवकाश आवेदन नहीं देना भी बताया। इस पर प्रभारी सचिव ने संबंधित कार्मिक को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
बिजली ट्रांसफार्मर स्टॉक देखा, सप्लाई-कटौती की ली जानकारी
प्रभारी सचिव अजमेर विद्युत वितरण लिमिटेड सहायक अभियंता कार्यालय पहुंची। यहां पर मौजूद सहायक अभियंता रोहित गोहिल से क्षेत्र में बिजली सप्लाई और कटौती के बारे में जानकारी ली। उन्होने बिजली संबंधी शिकायतों का रजिस्टर देखा और समय पर शिकायतों के निवारण की हिदायत देने के साथ ही घरेलू एवं कृषि विद्युत कनेक्शन हेतु आवेदनों को समय पर निस्तारित करने के निर्देश दिए। प्रभारी सचिव ने यहां पर उपलब्ध ट्रांसफार्मर स्टॉक का निरीक्षण किया और ट्रांसफार्मर के रिप्लेस टाइम को कम करते हुए जले हुए ट्रांसफार्मर त्वरित बदलने व उनकी रजिस्टर में एंट्री करने के निर्देश दिए। उन्होने आगामी बारिश के मौसम में विद्युत लाइनों के टूटने की आशंका को देखते हुए समय पर पेड़ों की चंगाई करने के निर्देश भी दिए।
निरीक्षण के दौरान सहायक अभियन्ता ने बताया कि कृषि कनेक्शन जुलाई 2023 तक के ही जारी किये गये है। वर्तमान में करीब 240 कनेक्शन बकाया है। सम्बन्धित फर्म का संविदा दिसम्बर में खत्म होने से तथा नई संविदा नहीं होने से कार्य नहीं हो पा रहा है। विभागीय स्तर पर भी सीएलआर सी हेतु संविदा कार्य अभी नहीं हुआ है। जिस पर प्रभारी सचिव महोदया ने नाराजगी व्यक्त करते हुए सीएलआर सी हेतु टैण्डर प्रक्रिया को पूर्ण कर शीघ्र शेष कनेक्शनों को जारी करने के निर्देश दिए।
टापरों में पहुंची प्रभारी सचिव, ग्रामीणों से की बातचीत
उदयपुर से गोगुंदा जाते समय प्रभारी सचिव सड़क किनारे नया गुड़ा बस्ती में पहुंची। यहां टापरों में रहने वाले लोगों से उन्होने बिजली एवं पानी की सुविधा के बारे में चर्चा की। मौके पर उपस्थित ग्रामवासियों ने पेंशन, खाद्यसुरक्षा योजना सहित अन्य योजनाओं का लाभ नियमित रूप से मिलना बताया। ग्रामीणों ने अवगत कराया कि पिछले कुछ समय से बिजली की समस्या है तथा लाइनमैन की ओर से भी अनावश्यक रूप से परेशान किया जा रहा है। इस पर प्रभारी सचिव ने संबंधित को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिए। यहां जिला परिषद सीईओ कीर्ति राठौड़ ने क्षेत्र में चल रही ग्रामीण विकास पंचायती राज की विभिन्न योजनाओं के बारे में अवगत कराया। बातचीत के दौरान प्रभारी सचिव भीषण गर्मी के मौसम में लू से बचने एवं अपने स्वास्थ का ध्यान रखने की सलाह भी ग्रामीणों को दी।
छाया व पेयजल की व्यवस्था को सराहा
प्रभारी सचिव ने पंचायत समिति गोगुंदा में मुख्य सड़क पर ग्रीष्म ऋतु में आम नागरिकों को उपलब्ध करवाई जा रही छाया एवं शीतल पेयजल की व्यवस्था का निरीक्षण किया और सराहना की। उन्होंने जिले के अन्य बड़े गांवों में ऐसे स्थलों जहां पर घनी आबादी/लोगों की अधिक आवाजाही हो वहां पर भी इसी तरह छाया एवं पानी की व्यवस्था कर आमजन को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए।
Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।