उदयपुर। जन्तुआलय विकास ट्रस्ट की बैठक सोमवार को संभागीय आयुक्त व ट्रस्ट अध्यक्ष राजेंद्र भट्ट की अध्यक्षता में आयुक्त कार्यालय सभागार में हुई। बैठक में जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल, नगर निगम के महापौर गोविन्द सिंह टांक तथा मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) एस आर वी मूर्थी भी मंचासीन रहे।
बैठक में संभागीय आयुक्त भट्ट ने कहा कि उदयपुर में प्रति वर्ष जितने देशी-विदेशी पर्यटक आते हैं उनमें से बहुत कम सज्जनगढ़ वन्यजीव अभ्यारण्य और बायॉलोजिकल पार्क में पहुंचते हैं। इसका मुख्य कारण यही है कि लोगों को इसकी जानकारी ही नहीं हैं। पर्यटक यहां की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत से तो परिचित हैं, लेकिन यहां की जैव विविधता के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं है। इसलिए जरूरी है कि जैव विविधता के बारे में अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाए। उन्होंने वन विभाग को नगर निगम से समन्वय कर शहर के प्रमुख स्थलों पर होर्डिग्स लगवाने के निर्देश दिए। होटल्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों को भी अपने वहां आने वाले गेस्ट को जैव विविधता स्थलों जैसे सज्जनगढ़ अभ्यारण्य, बॉयोलॉजिकल पार्क, बाघ दर्रा क्रोकोडाइट कंजर्वेशन, बटरफ्लाई पार्क, बर्ड पार्क आदि के बारे में बताते के लिए पर्याप्त फ्लेक्स, स्टैण्डीज लगवाने के निर्देश दिए। गाइड एसोसिएशन पदाधिकारियों को भी पर्यटकों को इन स्थलों पर ले जाकर उदयपुर की समृद्ध प्राकृतिक धरोहरों से रूबरू कराने को कहा। बैठक के प्रारंभ में सदस्य सचिव उप वन संरक्षक वन्यजीव डीके तिवारी ने आय-व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत किया। इसमें उन्होंने बताया कि अभ्यारण्य और बॉयोलॉजिकल पार्क के लिए निर्धारित टिकट से में ट्रस्ट को प्रति टिकट 20 रूपए प्राप्त होते हैं। वर्ष 2023-24 में ट्रस्ट की कुल आय तकरीबन डेढ़ करोड़ रही। रखरखाव सहित अन्य कार्यां पर कुल 3.22 करोड़ रूपए व्यय हुए। ट्रस्ट के पास अब तक की कुल बचत 5.37 करोड़ है तथा आगामी सत्र में 5.26 करोड़ के कार्य प्रस्तावित हैं। इस पर संभागीय आयुक्त ने आय बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पर्यटकों की संख्या बढ़ने पर आय स्वत बढ़ेगी। इसके लिए प्रचार-प्रसार तथा उक्त स्थलों पर सुविधाओं का विस्तार आवश्यक है। बैठक में पीडब्ल्यूडी के अतिरिक्त मुख्य अभियंता अशोक कुमार शर्मा, उपनिदेशक पर्यटन शिखा सक्सेना, संयुक्त निदेशक पशुपालन डॉ शरद अरोड़ा , आरएसआरडीसी के परियोजना निदेशक शशांक शर्मा सहित अन्य अधिकारीगण, होटल एसोसिएशन तथा गाइड एसोसिएशन के पदाधिकारीगण भी उपस्थित रहे।
यह दिए सुझाव
बैठक में ग्रीन पीपुल्स सोसायटी के अध्यक्ष राहुल भटनागर, पर्यावरणविद् डॉ तेज राजदान, ट्रस्टी अरविन्द सिंघल आदि ने महत्वपूर्ण सुझाव दिए। इसमें मुख्य रूप से सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के मास्टर प्लान के अनुरूप जिराफ, जेब्रा और हिप्पो के लिए एनक्लोजर तैयार कराने, सज्जनगढ़ अभ्यारण्य में पर्यटकों की सुविधा के लिए टॉयलेट बनाए जाने, बाघ दर्रा में प्रति वर्ष आग से होने वाले नुकसान पर अंकुश के लिए फायर लाइन तैयार किए जाने, बाघ दर्रा संरक्षित क्षेत्र में अपेक्षित स्थल पर फेन्सिंग कराने, झील के आसपास के क्षेत्र में कम से कम पक्के निर्माण कराने, पाथ-वे तैयार करने, बाघ दर्रा में चौसिंगा, खरगोश, चीतल जैसे अन्य वन्यजीवों के रहवास को बढ़ावा देने के लिए प्रयास करने, अभ्यारण्य एवं संरक्षित क्षेत्रों में तितलियों और पक्षियों का प्रवास बढ़ाने के लिए फल-फूलों के पेड़ पौधे लगाए जाने के सुझाव दिए। साथ ही बाघ दर्रा में स्टूडेंट कैम्पेनिंग को बढ़ावा देते हुए बच्चों के माध्यम से वन संरक्षण की गतिविधियां कराए जाने का भी सुझाव दिया, ताकि नई पीढ़ी पर्यावरण के लिए जागरूक हो सके। प्रचार-प्रसार के लिए होर्डिंग्स लगवाने, होटल्स में कॉफी टेबल बुक उपलब्ध कराने आदि पर भी चर्चा की गई।
ऑरंगटन लाने के लिए मदद की पेशकश
बैठक में सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में वन्यजीव ऑरंगटन (चिम्पांजी जैसी बंदर की प्रजाति) लाने पर भी चर्चा हुई। ट्रस्टी अरविन्द सिंघल ने ऑरगंटन लाने के लिए वित्तीय मदद की पेशकश की। बैठक में तय किया गया कि पहले विभागीय स्तर पर बजट के प्रयास किए जाएंगे तथा आवश्यकतानुसार श्री सिंघल से मदद ली जाएगी।
सज्जनगढ़ में मान्यता प्राप्त ट्यूरिस्ट गाइड को निःशुल्क प्रवेश
बैठक में ट्यूरिस्ट गाइड की ओर से सज्जनगढ़ दुर्ग वन्यजीव अभ्यारण्य और बायॉलोजिकल पार्क में ट्यूरिस्ट गाइड के लिए भी टिकट चार्ज किए जाने का मुद्दा उठाया, जबकि अन्य स्थलों पर गाइड को छूट के प्रावधान बताए। पर्यटन उपनिदेशक शिखा सक्सेना ने अवगत कराया कि यह समस्या पूर्व में भी उठाई गई तथा इसके लिए विभागीय उच्चाधिकारियों को पत्र भी लिखे गए। इस पर ट्रस्ट अध्यक्ष व संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट ने कहा कि अभ्यारण्य और बॉयोलोजिकल पार्क में पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए गाइड को प्रोत्साहित करना आवश्यक है। इस पर ट्रस्ट बैठक में प्रस्ताव लेते हुए केंद्र व राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त ट्यूरिस्ट गाइड को सज्जनगढ़ वन्यजीव अभ्यारण्य और बायोलॉजिकल पार्क में निःशुल्क प्रवेश का निर्णय लिया गया।
स्नेक केचर को मिलेगा मानदेय
बैठक में पूर्व सीसीएफ राहुल भटनागर ने कहा कि गर्मी और बारिश के मौसम में सांप निकलने की घटनाएं बहुत होती हैं। उदयपुर में कुछ स्नेक केचर हैं, जो सांपों को पकड़ कर वन विभाग के कर्मचारियों की देखरेख में सुरक्षित वन क्षेत्रों में छोड़ते हैं। पूर्व में विभाग की ओर से 100 रूपए मानदेय दिया जाता था। उन्होंने मानदेय व्यवस्था वापस शुरू करने तथा मानदेय बढ़ाने का प्रस्ताव रखा। अन्य सदस्यों ने भी समर्थन किया। इस पर ट्रस्ट अध्यक्ष ने मानदेय 300 रूपए किए जाने की स्वीकृति दी।
टाइमलाइन के अनुसार हों कार्य
बैठक में संभागीय आयुक्त श्री भट्ट ने बैठक में लिए गए प्रस्तावों और निर्णयों को सूचीबद्ध करने के निर्देश दिए। साथ ही प्रस्तावित कार्य की समय-सीमा और जिम्मेदार अधिकारी तय करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हर काम टाइम लाइन के अनुसार होना चाहिए। अगली बैठक में उन कामों की प्रगति की समीक्षा की जा सके। उन्होंने ट्रस्ट की तिमाही बैठक के बजाए अगली बैठक आगामी माह में ही प्रस्तावित करने को कहा।
Author: Pavan Meghwal
पवन मेघवाल उदयपुर जिले के है। इन्होंने मैकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्टार्टअप शुरू किए। ये लिखने-पढ़ने के शौकीन है और युवा पत्रकार है। मेवाड़ क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे है।