गोगुंदा (Udaipur)- सोमवार को समीपवर्ती मोड़ी ग्राम पंचायत के मेड़ों का मतारा निवासी प्यारचंद गमेती का देहांत हो गया। वे क्षेत्र में प्यारो बा के नाम से प्रख्यात थे। मोड़ी के उपसरपंच प्रहलाद सिंह झाला ने बताया कि प्यारो बा जीवन भर राणा पूंजा के वेश में रहे। बड़ी दाढ़ी-मूछें रखते थे और अंगरखी, धोती व साफा पहने रहते थे। वे हर समय अपने साथ गोफण, तीर-कमान, लाठी, कटार आदि रखते थे।
महाराणा प्रताप जयंती व राणा पूंजा जयंती के अवसर पर गोगुंदा में आयोजित समारोह में अपनी आर्कषक वेशभूषा के कारण हर किसी ध्यान अपनी ओर खिंच लेते थे।
गोगुंदा के पूर्व सरपंच करण सिंह झाला ने बताया कि प्यारो बा के सीने पर चमड़े की बेल्ट रहती थी, जिसमें छोटे-छोटे कई तरह के औजार व सामान रखते थे तथा कमर पर बंधे चमड़े के पॉकेट में कांच, कंघा, छुरी, चाकू, धागा सहित कई वस्तुएं रखते है। क्षेत्र के लोग उनके साथ सेल्फी लेने से नहीं चूकते थे। जानकारी के अनुसार प्यारो बा के तीन बेटे थे, जिनमें से एक बेटे की दुर्घटना में मौत हो गई थी।
वर्तमान में उनके दो बेटे है, तुलसीराम गमेती व भैरू लाल गमेती। हाल ही में तुलसीराम गमेती की एक बेटी व बेटे की सर्पदंश के कारण मौत हो गई थी। उसके बाद से बीमार चल रहे प्यारो बा गम में रहने लगे और सोमवार को उनका देहांत हो गया। उनके देहांत की सूचना मिलने पर गांव में गमगीन माहौल हो गया। 5. 22 मई को महाराणा प्रताप जयंती समारोह में राणा पूंजा के वेष में प्यारो बा 6. अपने घर पर राणा पूंजा की वेशभूषा पहने हुए प्यारो बा