उदयपुर – प्रदेश की राजधानी जयपुर से रवाना हुई सामाजिक न्याय यात्रा उदयपुर पहुंची। यहां अनुसूचित जाति वर्ग के सैकड़ों लोगों ने यात्रा के नेतृत्वकर्ता रिटायर्ड आईपीएस सत्यवीर सिंह (पूर्व आईजी-उदयपुर), मानवाधिकार कार्यकर्ता भंवर मेघवंशी व सहयात्री अजाक के महामंत्री विनोद वर्मा, युवा इंजीनियर कांति लाल बुनकर व सामाजिक कार्यकर्ता गणपत लाल मेहरा का स्वागत किया। वहीं श्री जागृति सेवा संस्थान में बैठक की गई, जिसमें यात्रा के उद्देश्यों को लेकर चर्चा की गई। इस दौरान बैठक में शामिल हुए प्रतिभागियों ने कई सुझाव दिए। जिन्हें ईमेल के माध्यम से अभियान के कनेक्ट रूम में भेजे गए।
भंवर मेघवंशी ने बताया कि राजस्थान के आगामी विधानसभा चुनाव में विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से जारी किए जाने वाले घोषणा पत्रों में अनुसूचित जाति वर्ग की मांगों को शामिल करने के विषय में तैयार हुए दलित एजेण्डा-2023 पर विचार विमर्श करने के लिए प्रदेश में सामाजिक न्याय यात्रा-2023 निकाली जा रही है। उन्होंने बताया कि उदयपुर में श्री जागृति सेवा संस्थान परिसर में विचार गोष्ठी आयोजित की गई, जिसमें अनुसूचित जाति के वर्ग की विभिन्न मांगों को लेकर चर्चा की गई।
अनुसूचित जाति अधिकार अभियान राजस्थान के संयोजक सेवानिवृत आईपीएस सत्यवीर सिंह ने बताया कि यह यात्रा ‘‘हक़ है, ख़ैरात नहीं’’ के उद्घोष के साथ शुरू की गई। सामाजिक न्याय यात्रा एक दलित एजेंडे को लोगों के बीच ले जा रही है। यात्रा के दौरान अब तक 12 जिलों के विभिन्न जगहों पर हुए चर्चा सत्रों, विचार गोष्ठियों और जन संवादों में दलित एजेण्डे पर व्यापक विचार विमर्श किया गया है। शेष जिलों में भी यात्रा जाएगी और इसके बाद राज्य भर से प्राप्त सुझावों को इस ड्राफ़्ट में शामिल करके विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा जारी होने वाले चुनावी घोषणा पत्रों में अनुसूचित जाति वर्ग के मुद्दों को शामिल करवाया जाएगा।
अभियान के सह संयोजक भंवर मेघवंशी ने कहा कि आजादी के 77 वर्ष बाद भी अनुसूचित जाति वर्ग हाशिये पर है। इस वर्ग को संवैधानिक अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। हमें लोकतंत्र में अपने संवैधानिक अधिकारों की प्राप्ति के लिए अपने वर्ग की समस्याओं पर खुलकर चिन्तन करने की जरूरत है। यह सामाजिक न्याय यात्रा आपको मौका दे रही है कि आप अपने मुद्दों पर खुलकर चर्चा करें और घोषणा पत्र में शामिल करने की पुरजोर मांग करे।
उल्लेखनीय है कि यह यात्रा 19 अगस्त को जयपुर के जोबनेर से रवाना होकर कुचामन, नागौर, खिंवसर, ओसियाँ, फलौदी, जोधपुर, बालोतरा, बाड़मेर, जालोर, पाली, देसूरी, कुम्भलगढ़, राजसमन्द व नाथद्वारा होते हुए उदयपुर पहुंची। पहले चरण में यात्रा चित्तौड़गढ़, गंगरार, भीलवाड़ा, माण्डल, करेड़ा, देवगढ़, भीम, जवाजा होते हुए ब्यावर पहुंचेगी। यहां पर यात्रा का प्रथम चरण पूरा होगा। उसके बाद दूसरे चरण में यात्रा अन्य जिलों में जाएगी।